हैदराबाद:लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए गठबंधन लगातार अपना कुनबा बढ़ा रहा है। कई दिनों की अटकलों के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और पवन कल्याण की जन सेना पार्टी (जेएसपी) के बीच गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस दोस्ती पर मुहर लगने की घोषणा करते हुए टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को कहा कि गठबंधन से लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने में मदद मिलेगी।
नायडू और शाह की हुई थी मुलाकात
टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा के साथ गठबंधन करने को लेकर शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ दूसरे दौर की बातचीत की। गठबंधन के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नायडू और जन सेना प्रमुख साउथ के सुपरस्टार अभिनेता पवन कल्याण ने गुरुवार को भी शाह और नड्डा से मुलाकात की थी।
टीडीपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य के. रवींद्र कुमार ने शुक्रवार को कहा था कि भाजपा, जन सेना और उनकी पार्टी ने आगामी चुनावों में सैद्धांतिक रूप से एक साथ काम करने का फैसला किया है और आम सहमति बनाने के लिए तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे।
होगा दोस्ती का फायदा?
भाजपा के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर गौर करें तो पार्टी मिशन साउथ मोड को पहले ही ऑन कर चुकी है। ऐसे में अगर दक्षिण भारत की बात करें तो यहां 5 राज्यों (केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) में कुल मिलाकर 129 सीटें हैं। यहां एनडीए को कुछ हद तक कमजोर माना जा रहा है जिसे लेकर बीजेपी हाई कमान पूरी तरह से एक्टिव हो चुका है। आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटें हैं जहां चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी इस बार बड़ी भूमिका निभा सकती है। ऐसे में टीडीपी की भाजपा के साथ दोस्ती बेहद अहम है। 400 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए नायडू और पवन कल्याण की पार्टी का एनडीए में शामिल होना जरूरी माना जा रहा है।