नई दिल्ली:मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर घमासान चल रहा है। ऐसे में कांग्रेस में आंतरिक कलह एक बार फिर देखने को मिल रहा है। कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की अध्यक्षता में पहले ही यह फैसला हो चुका कि पार्षदी के लिए पार्टी किसी बाहरी को टिकट नहीं देगी, जो पार्षद चुनाव के लिए खड़ा होगा उसका उक्त वार्ड का रहवासी होना जरुरी है। लेकिन इस आदेश का पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने विरोध किया है।
दरअसल 24 घण्टे के अंदर ही कमलनाथ के स्थानीय प्रत्याशी को चुनाव लड़वाने के दावे की पोल खुल गई है। स्थानीय प्रत्याशियों को चुनाव लड़वाने के फैसले पर कांग्रेस दो फाड़ होती नजर आ रही है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पीसीसी चीफ कमल नाथ के निर्देश को दरकिनार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रत्याशी अगर दमदार और जितने के काबिल हो तो पार्टी उन्हें दूसरे वार्ड से भी टिकट दे सकती है। कांग्रेस को उन सभी उम्मीदवारों का ध्यान रखना चाहिए जो जीत सकते हैं, फिर चाहे वे किसी भी वार्ड से हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व पार्षद की पत्नियों को भी चुनाव लड़वाने में कांग्रेस को कोई आपत्ति नहीं होगी।
आपको बता दें कि राजधानी भोपाल के कुल 85 वार्डों के लिए ये संघर्ष चल रहा है। इसके साथ ही नगर निगम चुनाव में नामांकन भरने की आखिरी तारीख 18 जून है और यह प्रक्रिया 11 जून से शुरू हो हुई थी।