नई दिल्ली:पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी को लेकर कई गलत सूचनाओं के साथ भारत के खिलाफ अभियान चलाए गए। इस मामले में अब डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिटिक्स सेंटर की रिपोर्ट से नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि भारत-विरोधी इन अभियानों का एक प्रमुख स्रोत पाकिस्तान से है। रिपोर्ट में इस सिलसिले में खास हैंडल और ट्विटर हैशटैग की पहचान की गई है।
लाइव टेलीविजन डिबेट के दौरान पैगंबर मुहम्मद पर नूपुर शर्मा की टिप्पणी ने अंतरराष्ट्रीय विवाद को जन्म दे दिया, क्योंकि कई मुस्लिम देशों ने भारत के साथ इस मुद्दे को उठाया। इन देशों में भारतीय प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने की भी अपील की गई। भाजपा ने जहां नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया, वहीं केंद्र ने कहा कि नूपुर शर्मा की टिप्पणी सरकार के रुख को नहीं दर्शाती है।
फेक स्क्रीनशॉट शेयर करके फर्जी खबरों को फैलाया
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दौरान फेक स्क्रीनशॉट शेयर करके फर्जी खबरों को फैलाया। सबसे वायरल में से एक यह दावा था कि इंग्लिश क्रिकेटर मोईन मुनीर अली ने इंडियन प्रीमियर लीग के बहिष्कार की अपील की है। साथ ही उन्होंने नुपुर शर्मा से माफी की मांग की है। यह दावा झूठा था।
यह भी दावा किया गया कि ओमान के ग्रैंड मुफ्ती शेख अहमद बिन हमद अल-खलील ने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की घोषणा की है। जबकि उन्होंने नूपुर शर्मा की टिप्पणी की आलोचना की, लेकिन यह दावा करना भ्रामक है कि उन्होंने बॉयकॉट इंडिया ट्रेंड की शुरुआत की।
ट्रेंडिंग हैशटैग यूज करने वालों के प्रोफाइल की जांच
विवाद के दौरान ट्विटर पर ट्रेंडिंग हैशटैग के साथ बातचीत करने वालों के प्रोफाइल की जांच की गई। यह पाया गया कि 7,000 से अधिक खाते पाकिस्तान से थे। करीब 3,000 यूजर्स सऊदी अरब से थे, 2,500 भारत से थे, 1,400 मिस्र से थे और 1,000 से अधिक अमेरिका और कुवैत से थे।