नई दिल्ली:कांग्रेस नेता राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए ईडी के दफ्तर पहुंचे हैं और उनसे पूछताछ शुरू हो चुकी है। वह बड़ी संख्या में समर्थकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ सत्याग्रह मार्च करते हुए पार्टी के दफ्तर से पैदल ही ईडी ऑफिस पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ पी. चिदंबरम, दिग्विजय सिंह, प्रमोद तिवारी, इमरान प्रतापगढ़ी जैसे कई सीनियर नेता मौजूद थे। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी इस मौके पर दिल्ली में हैं और मार्च में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रियंका गांधी भी राहुल के साथ ही ईडी के दफ्तर पहुंचीं। राहुल गांधी एजेंसी के ऑफिस में अंदर हैं, जबकि कांग्रेस के तमाम सीनियर नेता दफ्तर के बाहर बैठे हैं। राहुल गांधी के साथ सिर्फ प्रियंका गांधी को ही अंदर जाने दिया गया है। खबर है कि राहुल गांधी से डिप्टी डायरेक्टर रैंक के अधिकारी समेत कुल 3 अफसर पूछताछ करेंगे।
पहले राहुल गांधी सत्य बोलने की शपथ लेंगे और फिर अधिकारियों के सवालों का जवाब देंगे। राहुल गांधी से यह पूछताछ थोड़ी लंबी चल सकती है और जरूरत पड़ने पर एक बार फिर से उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने ऐक्शन लेना शुरू कर दिया है। राहुल गांधी के साथ आए सीनियर नेताओं और कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को ईडी के दफ्तर से करीब एक किलोमीटर पहले ही पुलिस ने रोक दिया। इन सीनियर नेताओं में मल्लिकार्जुन खड़गे, पवन खेड़ा, दिग्विजय सिंह, भूपेश बघेल शामिल हैं। यही नहीं पुलिस की ओर से कार्यकर्ताओं को गाड़ियों में भरकर ले जाया जा रहा है। हालांकि कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं और बसों में जाने के लिए तैयार ही नहीं हैं।
इस दौरान पार्टी की प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा कि 23 जून को सोनिया गांधी की पेशी की जानी है और उस दिन भी पार्टी इसी तरह का शक्ति प्रदर्शन कर सकती है। गौरतलब है कि राहुल गांधी की पेशी को कांग्रेस एक मौके के तौर पर देख रही है। एक तरफ पार्टी ने दिल्ली समेत देश के तमाम राज्यो ंमें प्रदर्शन शुरू किया है तो वहीं भाजपा पर लगातार हमला भी बोला जा रहा है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने धारा 144 लगाकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।