स्पोर्ट्स डेस्क :पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मुहम्मद नजीर जूनियर का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को उनके गृहनगर लाहौर में निधन हो गया। 78 साल की उम्र में अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। नजीर के बेटे नोमान ने अपने पिता के निधन की पुष्टि की। इस दौरान उन्होंने बताया कि 5 साल पहले उनके पिता का एक कार एक्सीडेंट हुआ था जिसके बाद वह कभी अपनी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से कभी उबर नहीं पाए और पिछले कुछ महीनों से बिस्तर पर थे। नजीर एक क्रिकेटर होने के साथ-साथ क्रिकेट की दुनिया में अंपायरिंग की भी भुमिका अदा कर चकुे हैं।
नोमान ने बताया, “मेरे पिता करीब पांच साल पहले एक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए थे और उसके बाद वे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं से कभी उबर नहीं पाए और पिछले कुछ महीनों से बिस्तर पर थे। अस्पताल में उनका निधन हो गया।”
नोमान ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से अपने बीमार पिता की मदद करने की अपील की थी।
नजीर जूनियर को अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी के लिए प्रसिद्धि तब मिली जब इमरान खान ने 1979/80 में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू मैदान पर खेलने के लिए उन्हें पांच साल के अंतराल के बाद पाकिस्तान टीम में वापस बुलाया।
इमरान का मानना था कि नजीर की किफायती गेंदबाजी विव रिचर्ड्स सहित मेहमान बल्लेबाजों को रोकने में बड़ी भूमिका निभाएगी और स्पिनर ने अपने कप्तान के फैसले को सही साबित किया।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 800 विकेट चटकाने वाले नजीर ने भारत के खिलाफ एक सीरीज समेत 14 टेस्ट और 4 वनडे पाकिस्तान के लिए खेले ते। वहीं उन्होंने 5 टेस्ट और 15 वनडे में अंपायरिंग भी की थी।