डेस्क:मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने पर भाजपा और कांग्रेस के बीच उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में भाजपा ने राहुल गांधी पर हमला बोला है। भाजपा ने कहा है कि एक तरफ पूरा देश मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है। दूसरी तरफ राहुल गांधी नया साल मनाने के लिए विएतनाम की उड़ान भर चुके हैं। इससे पहले भाजपा ने मनमोहन सिंह के अस्थि विसर्जन में कांग्रेस और गांधी परिवार से किसी के नहीं पहुंचने पर लताड़ लगाई थी। हालांकि बाद में कांग्रेस ने इसको लेकर सफाई भी दी थी कि यह कदम निजता का सम्मान करते हुए उठाया गया था।
राहुल गांधी पर ताजा हमला बोलते हुए भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट किया है। इस पर उन्होंने लिखा है कि पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख में डूबा हुआ है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी नए साल स्वागत करने के लिए विएतनाम जा रहे हैं। मालवीय ने राहुल गांधी पर पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर सियासत करने और इसका फायदा उठाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने लिखा है कि गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करता है। यह मत भूलिए कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब का अपमान किया था।
इस बीच कांग्रेस ने भी भाजपा के आरोपों का जवाब दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी विदेश एक निजी यात्रा पर गए हैं और किसी को इससे कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। पार्टी ने कहा है कि यह किसी की निजता का मामला है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहाकि यह पार्टी कब तोड़ने वाली राजनीति छोड़ेगी? उन्होंने कहाकि जिस तरह से मोदी ने डॉ. साहब को यमुना किनारे दाह संस्कार की जगह देने से मना किया और जिस तरह से उनके मंत्रियों ने डॉ. साहब के परिवार को घेरा, वह शर्मनाक है। अगर राहुल गांधी निजी तौर पर यात्रा करते हैं, तो आप क्यों परेशान हैं? कांग्रेस सांसद ने कहाकि नए साल में सुधर जाओ।
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थि-विसर्जन में कांग्रेस नेताओं के न जाने पर भाजपा ने सवाल उठाया था। कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि परिवार की निजता का सम्मान करते हुए पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गया।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक बयान में कहाकि परिवार की निजता का सम्मान करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता सरदार डॉ मनमोहन सिंह जी की अस्थियों को चुनने और विसर्जित करने के लिए परिवार के साथ नहीं गए। उनके मुताबिक, दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार के बाद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने उनके निवास पर परिवार से मुलाकात की।