नई दिल्ली:भारत और ऑस्ट्र्रेलिया आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में आमने-सामने हैं। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए और भारतीय टीम 296 पर ढेर हो गई। कंगारू टीम को 173 रन की बढ़त मिली। लंदन के द ओवल मैदान पर कप्तान रोहित शर्मा (15), शुभमन गिल (13), चेतेश्वर पुजारा (14) और विराट कोहली (14) सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे। भारत ने 71 के कुल स्कोर पर 4 विकेट खो दिए थे। अजिंक्य रहाणे (89), शार्दुल ठाकुर (51) और रविंद्र जडेजा (48) की पारियों के दम टीम की जल्द लुटिया डूबने से बची। भारतीय टीम द्वारा पहली पारी में टक्कर ना देने पर रवि शास्त्री ने नाराजगी जताई है।
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को चेताया है। उनका कहना है कि बीसीसीआई द्वारा इंडिया और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीच में प्राथमिकता तय की जानी चाहिए। शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, ”आपको अपनी प्राथमिकताएं तय करनी चाहिए, प्राथमिकता क्या है? इंडिया या फ्रेंचाइजी क्रिकेट? यह आपको तय करना है। अगर आप फ्रेंचाइजी क्रिकेट कहते हैं तो फिर डब्ल्यूटीसी फाइनल भूल जाइए। अगर यह अहम है तो खेल के संरक्षक के रूप में बीसीसीआई को जोकि बॉस है, एक फैसला करना चाहिए। बीसीसीआई को आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट में नियम जोड़ना चाहिए कि अगर उन्हें इंडिया के हित में किसी खिलाड़ी को आईपीएल से बाहर रखने की जरूरत है तो ऐसा करने का उसे अधिकार होगा।”
शास्त्री ने आगे कहा, ”पहले नियम बनाएं और उसके बाद फ्रेंचाइजी को यह तय करने के लिए कहें कि वे कितना निवेश करना चाहते हैं। यह बहुत ही अहम है। आप खेल के संरक्षक हैं। आप देश में क्रिकेट को कंट्रोल करते हैं।” गौरतलब है कि शास्त्री पहले भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। उन्होंने डब्ल्यूटीसी फाइनल में उतरने वाले भारतीय खिलाड़ियों का आईपीएल के के दौरान वर्कलोड मैनेजमेंट और फॉर्म का ध्यान रखने का आग्रह किया था।