थांदला/झाबुआ।
आजकल सोशल मीडिया से फैल रहा वैमनस्य व द्वेष ! विगत एक दशक से राजनीतिक पार्टियों हो, व्यावसायिक संस्थान हो या फिर अन्य प्रचारित करने योग्य सामग्री सभी ने सोशल मीडिया को अपने प्रचार के योग्य सबसे सस्ता माध्यम मान लिया है । आज दुनिया में कही भी बैठा व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने में सम्बंध बना रहा है तो अपना प्रचार कर रहा है । इसके अनेक लाभ हो सकते है तो इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल रहे है । आज दुनिया जिस माध्यम से जुड़ रही है वही आपसी प्रेम को वैमनस्य में बदल रहा है तो मन से हर संघ समाज में अन्य संघ समाज के प्रति जो आदर सम्मान हुआ करता था वह कम हुआ है । आजकल देश में साइबर अपराधों में भी तेजी से इजाफा हुआ है !आज शातिर समझदार पढ़े-लिखें नोजवान अपने ज्ञान का दुरुपयोग कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे है । भारतीय मानवाधिकार सहकार ट्रस्ट के मध्यप्रदेश मंत्री व जीवदया अभियान के राष्ट्रीय संयोजक पवन नाहर ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर शासन प्रशासन की नाकामी पर गहरा रोष व्यक्त किया है । नाहर ने झाबुआ जिले एसपी से चर्चा करते हुए बताया कि आजकल सोशल मीडिया के जरिये आईडी हैक कर, आधार कार्ड व एटीएम कार्ड से पैसों की ठगी के मामले कम हुए है लेकिन उसकी जगह मिम्स हूबहू आवाज के जरिये तो हूबहू चहेरे के जरिये वीडियो कॉल कर पैसों की ठगी बड़ी है । आज व्यक्ति सम्बंधित व्यक्ति को सोशल मीडिया या फिर अन्य कारणों से जानने लगा है व उसके अनुसार ही व्यवहार करते हुए ठगी को अंजाम दे रहा है । लव जिहाद के अनेक प्रसंगों में भी कही न कही सोशल मीडिया जिम्मेदार है । नाहर ने कहा आजकल हमारें जैसे ही अनेक सामाजिक संगठन जन जागृति के प्रयास करते हुए सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी, यूपीआई कोड व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शेयर न करने व किसी अनजान व्यक्ति से परिचय न करने तथा कोई भी लिंक आदि ओपन करने से पहले उसके सम्बंध में पूरी तरह जान लेने की काउंसलिंग कर समझाइश दे रहे है , फिर भी साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है । पवन नाहर ने वर्तमान में आपसी द्वेष वैमनस्य के लिए सोशल मीडिया पर चल रही अनके फेक आईडी को जिम्मेदार ठहराया है । नाहर के अनुसार आजकल संघ समाज में रहने वालें कुछ खुरापाती, कान के कच्चे व अक्ल के अंधें व्यक्ति विद्रोही व अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर संघ समाज को आंदोलित करने का कार्य कर रहे है । पवन नाहर ने जिला पुलिस अधीक्षक पदम् विलोचन शुक्ल से आग्रह करते हुए कहा कि ऐसे आईडी छुपाकर सत्य तथ्य से परे केवल हवा में उछली हुई बातों को सच मानकर संघ समाज व व्यक्तियों के खिलाफ पोस्ट करने वालें गुमनाम किंतु समाज के दुश्मन आपराधिक प्रवृत्ति के लोग ही हो सकते है इसलिए उन्हें बेनकाब करते हुए उनकी आईडी बंद करते हुए उनपर कड़ी कार्यवाही करने की जरूरत है । नाहर ने कहा आजकल सोशल मीडिया आजादी की अभिव्यक्ति का जरिया जरूर है परंतु वह आपको इतनी भी स्वतंत्रता नही देता कि आप उसके जरिये किसी पर भी कीचड़ ऊछालों उसे बदनाम करों । नाहर ने सोशल मीडिया फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक होने के नाते कहा कि सोशल मीडिया के जरिये समाचार चलाने वालें पत्रकार बन्धु, ब्लॉग लिखने वालें सुधीजन व ट्वीट व इंस्टाग्राम पर पोस्ट व रील शेयर करने वालें युवाओं को सम्बंधित पोस्ट के विषय में गहराई से सोचना चाहिए व उनकी पोस्ट के परिणामों पर भी विचार करना चाहिए उसके बाद ही कोई पोस्ट डालना चाहिए या अन्य किसी की पोस्ट की भी तथ्यात्मक जानकारी होने पर ही उसे शेयर करना चाहिए । नाहर ने जिला पुलिस अधीक्षक से साइबर सेल के जरिये सोशल मीडिया खासकर फेसबुक इंस्टाग्राम पर निगरानी दल गठित किये जाने की वकालत करते हुए कहा कि ऐसी अभद्र व अमर्यादित पोस्ट करने वालें व्यक्तियों की आईडी ब्लॉक या डिलीट की कार्यवाही करते हुए उस सम्बंध में किसी की शिकायत आने या न आने से पहले ही उस पर त्वरित कदम उठाए जाने पर ही साइबर क्राइम कम होगा व ज़िलें में ही नही देश में अमन व चेन कायम होगा ।
साइबर सेल के जरिये सतत निगरानी – एसपी शुक्ल
जिला पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल ने भारतीय मानवाधिकार सहकार ट्रस्ट, जीवदया अभियान व सोशल मीडिया फाउंडेशन सदस्यों द्वारा चलाये जा रहे सोशल मीडिया के प्रति अवेयरनेस (जागरूकता) अभियान की प्रसंशा करते हुए कहा कि पुलिस विभाग भी लंबे समय से सोशल क्राइम से बचने के लिए अभियान चला रहा है उसके द्वारा स्पेशली स्कूल कॉलेजों होस्टल में जाकर विद्यार्थियों को तथा ग्रामीणों में खटला बैठक करते हुए इसके फायदे व नुकसान बताते हुए महत्वपूर्ण जानकरियों को अजनबियों व सोशल मीडिया पर शेयर नही करने के लिए प्रेरित करता रहता है । जिला पुलिस कप्तान ने कहा ज़िलें में साइबर सेल सतत कार्य कर रहा है व अनेक साइबर क्राइम होने से पहले तो अनेक साइबर क्राइम की शिकायत मिलने पर उन्हें हल किया है । एसपी शुक्ल ने यह भी माना कि आज के ठग चोर बड़े शातिर हो गए है वह बड़ी ही चालाकी से अपराध को अंजाम देते है लेकिन अपनी साइबर टीम की सराहना करते हुए कहा कि अनसुलझे अनेक केस को हल करने में पुलिस विभाग ने सफलता पाई है । जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि फेक आईडी व अन्य अभद्र टिप्पणी करने वालों पर भी पुलिस साइबर टीम नजरें रख रही है लेकिन स्टॉफ की कमी व काम के लोड की वजह से पहले शिकायती मामलों पर कार्यवाही की जाती है वही तथाकथित ऐसे लोगों के खिलाफ भी उनकी फेक आईडी बंद करने के साथ उन पर भी नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी ।
जीवन लाल जैन