जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- एक कहावत है, दूसरों की लाइन काटने के बजाए बड़ी लाइन खींचों। मैंने हमेशा बड़ी ही लाइन खींचने की कोशिश की है। जनता का विश्वास जीतने के लिए पार्टी के प्रति प्रतिबद्ध होना पड़ता है, यही कारण है कि सोनिया गांधी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया और आज मैं तीसरी बार मुख्यमंत्री हूं। यह सब आपके आशीर्वाद से ही है। सीएम ने कहा कि पार्टी के प्रति ईमानदार होना बहुत जरूरी है। सीएम गहलोत ने विरोधियों को इशारों-इशारों में राजनीतिक संदेश दिए।लाइन को काटकर छोटा करने के बजाए, बड़ी लाइन खिंचनी चाहिए। सीएम गहलोत ने गुरुवार को घाट की गुणी चौराहे पर पूर्व राज्यपाल नवल किशोर शर्मा की मूर्ति का अनावरण के बाद जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कभी किसी को राजनीति में पानी नहीं पिलाया, बस विचार और काम करने के तरीके अलग थे।
गुटबाजी करने वाला कामयाब नहीं होगा
सीएम गहलोत ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के किस्सा का जवाब देते हुए कहा कि मैंने राजनीति में किसी को पानी पिलाया है. मैंने हमेशा सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब धारीवाल मेरे खिलाफ थे, लेकिन मैंने कभी इस बात को दिल से नहीं लगाया। राजनीति में सबको साथ लेकर चलने वाला ही कामयाब होता है. जो अकेला चलता है। गुटबाजी पैदा करता है, पराए की बात करता है वह कभी भी कामयाब नहीं हो सकता।
हमेशा आलाकमान के प्रति समर्पितर रहा
अशोक गहलोत ने कहा कि साल 1998 में उन्होंने जब पहली बार अपना मंत्रिमंडल बनाया था तो चुन कर उन्हें मंत्री बनाया जो पार्टी और आलाकमान के प्रति समर्पित थे। उस समय सिर्फ यही सोचा कि ये कांग्रेस का और सोनिया गांधी का आदमी है। यही भावना मैंने हमेशा रखी। बता दें कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने अपने बयान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए कहा था कि उन्होंने राजनीति में कइयों को पानी पिलाया है।