नई दिल्ली:कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का एक बयान वायरल हो गया है। राहुल पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद सोमवार को जब इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे, तो उनकी जुबान फिसल गई। इस मौके को फौरन भाजपा ने लपक लिया। भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव से पहले ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार स्वीकार कर ली है।
राहुल गांधी पार्टी की कार्य समिति बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम घोषित होने पर प्रतिक्रिया रहे थे। उन्होंने कहा- मध्य प्रदेश में सरकार जा रही है, राजस्थान में जा रही है, छत्तीसगढ़ में भी जा रही है…। हालांकि जल्द उन्हें अपनी गलती का अहसास हो गया। फिर उन्होंने कहा- मैं उल्टा बोल गया… आपने (पत्रकार) मुझे भ्रमित कर दिया।
बाद में सजगता से अपनी बात रखते हुए राहुल गांधी ने उम्मीद जताई कि पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस शानदार प्रदर्शन करेगी। उन्होंने पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के कार्यों की तारीफ की। वहीं उनकी जुबान फिसलने का वीडियो साझा कर भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर)’ पर चुटकी ली। भाजपा ने कहा- राहुल गांधी ने हार स्वीकार कर ली है। राहुल स्वीकार कर चुके हैं कि कांग्रेस की सरकारें राजस्थान और छत्तीसगढ़ से जा रही हैं।
राहुल गांधी ने स्वीकार कर लिया, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से जा रही है कांग्रेस सरकार! pic.twitter.com/85ORupRavs
— BJP (@BJP4India) October 9, 2023
भाजपा के कई नेताओं ने यह वीडियो साझा कर कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंज कसा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगे कहा कि पार्टी की कार्य समिति ने जाति आधारित जनगणना का समर्थन करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह हिंदुस्तान के भविष्य के लिए जरूरी है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के ज्यादातर घटक दल जाति आधारित जनगणना के पक्ष में हैं। कांग्रेस जाति जनगणना के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाएगी। जातिगत जनगणना के बाद विकास का एक नया रास्ता खुलेगा।
राहुल ने कहा- कांग्रेस पार्टी जातिगत जनगणना के काम को पूरा करके ही छोड़ेगी। याद रखें… जब हम वादा करते हैं, तो उसे तोड़ते नहीं हैं। देश में जातिगत जनगणना होगी और हिंदुस्तान के गरीबों को उनकी हिस्सेदारी मिलेगी। राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ओबीसी वर्ग के लिए काम नहीं करते, वरन उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं।