भोपाल:मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दूसरी लिस्ट आने के बाद इंदौर में विकट स्थिति पैदा हो गई है। एक तरफ जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय टिकट मिलने से हैरान हैं तो दूसरे तरफ पार्टी के इस कदम से उनके बेटे परेशान हैं। पार्टी के ‘एक परिवार, एक टिकट’ फॉर्मूले की वजह से कैलाश के विधायक बेटे आकाश को आशंका है कि उनका टिकट कट सकता है। यही वजह है कि गुरुवार को 5 बसों में भरकर उके समर्थक भोपाल में भाजपा दफ्तर कूच कर गए। उन्होंने पार्टी नेताओं पर दबाव बनाने का भरसक प्रयास किया।
कैलाश अभी इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-3 से विधायक हैं। 2018 में पार्टी ने पहली बार उन्हें टिकट दिया और वह जीतने में कामयाब रहे। कैलाश 2019 में उस समय विवादों और सुर्खियों में आए थे जब उन पर नगर निगम के अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने का आरोप लगा। बताया जाता है कि इस घटना को लेकर केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी आकाश पर भारी पड़ी और इसलिए इस बार उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को टिकट देकर एक तीर से कई निशाने साध लिए गए हैं। एक तरफ पार्टी ने वरिष्ठ नेता को उतारकर कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ाने की कोशिश की है तो दूसरी तरफ आकाश को भी ‘जमीन’ पर लाया जा सकता है।
आकाश विजयवर्गीय का टिकट कटने की आशंका की वजह से उनके समर्थकों की बेचैनी भी बढ़ गई है। गुरुवार को पांच बसों में भरकर उनके समर्थक पार्टी दफ्तर पहुंच गए। माना जा रहा है कि आकाश की ओर से पार्टी पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। आकाश के समर्थकों ने पार्टी नेताओं से मिलकर उनकी जमकर तारीफ की और कहा कि वह दोबारा उन्हें अपने क्षेत्र से विधायक बनाना चाहते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी आकाश को टिकट देती है या नहीं।
इस साल नवंबर में प्रदेश में विधानसभा का चुनाव होना है। भाजपा अब तक 79 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है। लगातार दो दशक से मध्य प्रदेश में सत्ता चला रही भाजपा ने 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत कई सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है। सत्ता विरोधी लहर को शांत करने के लिए बड़ी संख्या में मौजूदा विधायकों के टिकट कटने की आशंका जताई जा रही है।