बालों को खूबसूरती का सूचक माना जाता है और इन्हें संवारने की परंपरा भी सदियों पुरानी है। रामायण में चूड़ामणी का जिक्र आता है। इस सोने और नगों से जड़े जेवर को तब विवाहित महिलाएं सुहाग की निशानी के तौर पर बालों पर सजाती थीं। द्रौपदी ने इसे हटाकर बाल खुले रखने का प्रण लिया था, जिसके बाद उनके पतियों ने इतिहास रच दिया। इतिहास में देखा जाए तो बालों को संवारने का चलन सिंधु घाटी की परंपरा में भी मिलता है। तब की मूर्तियों से पता चलता है कि बालों को घुंघराले करने और जूड़ा बनाने का चलन हुआ करता था। इस जूड़े को उस समय गहनों से सजाया जाता था। यहां तक कि कुछ तसवीरों में उस समय की महिलाएं माथा पट्टी पहने भी नजर आती हैं। उस वक्त हेयर एक्सेसरीज राजा पहना करते थे। भारत के बाहर भी बहुत सी सभ्यताओं में हेयर एक्सेसरीज की मौजूदगी का इतिहास मिलता है।
इससे एक बात तो साफ है कि हेयर एक्सेसरीज सदियों से ही चलन में रही है और बालों को सजाने की कला आज की नहीं है। फर्क है, तो बस ट्रेंड का। अगर वर्तमान में हेयर एक्सेसरीज की ट्रेंड पर नजर डालें तो कुछ चीजें जो अब पसंद की जाती हैं, पुराने जमाने में भी उनकी धाक ऐसी ही थी। वहीं कुछ में आपको 50 से 70 के दशक का चलन नजर आएगा। हालांकि कुछ एक्सेसरीज ऐसी भी हैं, जो पूरी तरह से नई हैं और भविष्य में आने वाले कई तरह के चलन का हिस्सा लंबे समय तक बनती रहेंगी।
असली बालों वाली हेयर एक्सेसरीज
असली बालों का मतलब सिर्फ हेयर एक्सटेंशन नहीं है। हालांकि हेयर एक्सटेंशन ने भी कमाल कर दिखाया। गिरते और पतले बालों की परेशानी से जूझ रही महिलाओं के लिए यह वरदान से कम नहीं। इसके साथ ही यह हाईलार्इंटग के भी काम आते हैं और आपको अपने बालों में केमिकल लगाने की जरूरत भी नहीं पड़ती। हेयर स्टाइलिस्ट समीर खान बताते हैं कि इन दिनों असली बालों से बने फूल, पत्तियां, ब्रेड, स्क्रंची और जूड़ा भी बहुत ज्यादा चलन में है। इसमें आप अपने बालों की र्मैंचग की एक्सेसरीज लगा सकती हैं और आपको स्टाइलिंग में बहुत ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पर्ल और मिरर का है जमाना
इन दिनों आगे से स्लीक हेयर स्टाइल का चलन बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है। इस स्लीक लुक में मिरर वर्क बेहद खूबसूरत नजर आता है। इसमें डायमंड या गोल आकार के मिरर को बालों में चिपकाया जाता है। इसी तरह से पर्ल स्टीकर भी इस काम में आपकी मदद कर सकते हैं। अलग-अलग आकार वाले पर्ल को बालों में चिपकाकर बेहतरीन लुक तैयार किया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि इस तरह के लुक में ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती।
बो और बैंड दे रहे हैं रेट्रो लुक
इन दिनों रेट्रो लुक भी हेयर स्टाइलिंगमें खासा पसंद किया जा रहा है, फिर चाहे वह हॉलिवुड वेव हों या फ्लिप्ड पोनीटेल। इन लुक को चार चांद लगा रही हं, वे हेयर एक्सेसरीज जो उस खास दशक की यादें ताजा कर देती हैं जहां से ये आई हैं। इस तरह की एक्सेसरीज में स्क्रंची, बो, रिबन शामिल हैं। खास बात यह है कि ये सभी एक्सेसरीज कपड़े से बनी हैं। एक और बात देखने को यह मिल रही है कि इन दिनों इस तरह की एक्सेसरीज में बड़ा आकार ज्यादा पसंद किया जा रहा है।
गोटा भी आ रहा काम
पारंपरिक गोल्ड ब्रेड का तो जवाब ही नहीं। आज भी दक्षिण भारत में इसका खास महत्व है। इस तरह की चोटियां इन दिनों खूब पसंद की जा रही है। लेकिन अब इसका एक विकल्प भी मौजूद है। चोटी, जूड़े या फ्रंट वेरिएशन में गोटे की लेस को शामिल किया जाता है और उसे स्टाइलिंग का एक हिस्सा बना लिया जाता है। इस तरह की स्टार्इंलग में किसी और तरह की हेयर एक्सेसरीज लगानी की जरूरत भी नहीं पड़ती और बहुत ही किफायती तरीके से आपकी हेयरस्टाइल लाजवाब नजर आती है। यह तरीका पारंपरिक लुक या दुल्हन पर खासतौर से आजमाया जा रहा है।