डेस्क:हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देख रहे कांग्रेस सांसदों को झटका लगा है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि किसी भी सांसद को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस ऐलान के साथ ही कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। दरअसल, दोनों ही सांसदों ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इधर, भारतीय जनता पार्टी ने गुटबाजी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। साथ ही शैलजा को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने की चुनौती दी है।
खास बात है कि यह ऐलान ऐसे समय पर आया है, जब अटकलें थीं कि हरियाणा कांग्रेस में वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और शैलजा को लेकर गुटबाजी जारी है। दोनों ही नेता अलग-अलग कार्यक्रम और घोषणाएं करते भी देखे गए थे।
कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने बुधवार को कहा कि पार्टी के किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बाबरिया से सवाल किया गया कि कुछ सांसद भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।’
उन्होंने बताया कि प्रदेश की 90 विधानसभा सीट के लिए 2500 से अधिक आवेदन आए हैं जिनमें से कई लोगों के साक्षात्कार भी किए गए हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि जिन विधायकों के खिलाफ जमीन पर माहौल होगा, उनके टिकट काटे जा सकते हैं। हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा। मतगणना चार अक्टूबर को होगी।
विधानसभा चुनाव की तैयारी में थीं शैलजा और सुरजेवाला
खास बात है कि शैलजा और सुरजेवाला को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हु़ड्डा कैंप का विरोधी माना जाता है। कुछ दिन पहले ही सैलजा ने ‘पीटीआई’ के विशेष कार्यक्रम ‘4पार्लियामेंट स्ट्रीट’ में समाचार एजेंसी के संपादकों के साथ बातचीत में विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी और कहा था कि वह राज्य में काम करने की इच्छुक हैं, लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान को करना है।
सैलजा 5 बार लोकसभा और 1 बार राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं। 2024 चुनाव में उन्होंने सिरसा से जीत हासिल की थी। ऐसा माना जा रहा था कि वह हरियाणा में कांग्रेस के सीएम फेस के लिए भी दावेदारी कर रहीं हैं।
राज्यसभा सदस्य सुरजेवाला ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था, ‘कैथल मेरा मंदिर…फिर सजाएंगे, फिर संवारेंगे।’ सुरजेवाला अतीत में कैथल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला के पुत्र भी चुनाव लड़ सकते हैं तो बाबरिया ने कहा, ‘हो सकता है, वो चाहेंगे तो लड़ेंगे।’
BJP ने कस दिया तंज
इस ऐलान के बाद भाजपा ने भी कांग्रेस पर तंज कसा। पार्टी ने एक्स पर लिखा, ‘भूपेंद्र हुड्डा ने फिर अपनी चलाई, दीपेंद्र के साथ सैलजा भी निपटाई भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के तालाब का वह मगरमच्छ है, जिसने तालाब की सारी मछलियां खा ली हैं, लेकिन पेट अभी भी नहीं भरा है। भूपेंद्र हुड्डा ने न कभी हरियाणा को आगे बढ़ने दिया और न ही कभी कांग्रेस पार्टी में किसी अन्य नेता को। कुमारी सैलजा का पत्ता कटने के बाद अब रणदीप सुरजेवाला की बारी है, क्योंकि केंद्र हो या राज्य, कांग्रेस में सिर्फ चलता है परिवारवाद।’