लखनऊ। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और भाजपा की नेता अपर्णा यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। उन्होंने भाजपा परिवार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना परशुराम और खुद की तुलना एकलव्य से करते हुए कहा कि प्रतिभाशाली होने के बावजूद उन्हें अवसर नहीं दिया जा रहा था। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब वह अर्जुन की तरह काम करेंगी। अपर्णा ने पदभार संभालने के बाद यहां पत्रकारों से बात करते हुए इन अफवाहों को भी खारिज करने की कोशिश की कि विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने या कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं मिलने से वह भाजपा से नाराज हैं।
अपर्णा ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश सरकार, संगठन और मेरी पार्टी की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी। जो लोग मुझे जानते हैं, वे जानते हैं कि मेरा काम महिलाओं के मुद्दों पर केंद्रित रहा है, चाहे वह निर्भया मामले या हाल ही में कोलकाता के मामले में विरोध प्रदर्शन करना हो।
कहा कि मैं भगवान से मुझे शक्ति देने के लिए प्रार्थना करती हूं ताकि मैं पूरी ताकत के साथ अपना काम जारी रख सकूं। मैंने समाज सेवा से शुरुआत की और अब मैं राजनीति में हूं, वरिष्ठों और बुजुर्गों के आशीर्वाद से मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छा काम करना जारी रखूंगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह 2022 में विधानसभा चुनाव का टिकट न मिलने पर भाजपा से नाराज हैं तो उन्होंने कहा कि जब आप एक परिवार में होते हैं, तो सभी को अपनी बात रखने का अधिकार होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई परेशान या नाराज है।
यादव ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा एक बहुत बड़ा परिवार है, जिसमें प्रधानमंत्री ‘परशुराम जी’ की तरह हैं। शुरू में मुझे लगा कि मैं ‘एकलव्य’ हूं, मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं मिल रही है। अब मुझे यह जिम्मेदारी मिली है तो मुझे लगता है कि मैं ‘अर्जुन’ की तरह काम करूंगी। मैं प्रधानमंत्री की आभारी हूं।