नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले में शुक्रवार को जमानत मिल गई। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के साथ ही केजरीवाल की जेल से रिहाई का रास्ता भी साफ हो गया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को जमानत मिलने से पार्टी में खुशी की लहर दौड़ गई। मिठाई बांटने के साथ जमकर आतिशबाजी भी की गई। ऐसा करते हुए शायद पार्टी के कार्यकर्ता भूल गए कि दिल्ली में उनकी सरकार ने 1 जनवरी 2025 तक पटाखों के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा रखी है।
अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले से जुड़े सीबीआई केस में सर्वोच्च अदालत ने जमानत दी है। अपने नेता को जमानत मिलने की खुशी में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर आम कार्यकर्ता तक खुशी से झूम उठे। मुख्यमंत्री के आवास के बाहर ढोल नगाड़े बजे। मिठाइयां बांटी गईं। सीएम के आवास के बाहर कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी भी की। हालांकि, ऐसा करते हुए वह अपनी सरकार के ही चार दिन पुराने आदेश को धुआं-धुआं कर बैठे, जिसके तहत पटाखों के इस्तेमाल को पूरी तरह बैन किया गया है।
चार दिन पहले ही 9 सितंबर को दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह सूचना दी थी। उन्होंने बताया था कि सर्दी के मौसम में बढ़ने वाले प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए केजरीवाल सरकार ने पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी है। पटाखों की ऑनलाइन खरीद और बिक्री पर भी बैन लगाया गया है। यह रोक एक जनवरी 2025 तक प्रभावी रहेगी।