डेस्क:केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 18 सितंबर को एनपीएस-वात्सल्य योजना की शुरुआत करेंगी, जो बच्चों के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना दिल्ली समेत देशभर के 75 स्थानों पर लॉन्च की जाएगी, जिनमें से कुछ स्थान वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इस मौके पर योजना से जुड़ने वाले नाबालिग बच्चों को स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (प्रान) कार्ड जारी किए जाएंगे, साथ ही योजना से जुड़े अनिवार्य दिशा-निर्देश भी प्रदान किए जाएंगे।
एनपीएस-वात्सल्य योजना का उद्देश्य बच्चों के लिए लंबे समय तक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना का संचालन पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा किया जाएगा, जो देश की पेंशन प्रणाली को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना वित्त मंत्री द्वारा जुलाई में वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट पेश करते समय घोषित की गई थी।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
इस योजना के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी शुरू किया जाएगा, जहां माता-पिता या कानूनी संरक्षक अपने नाबालिग बच्चों के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन पूरा करने के बाद बच्चों को स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या जारी की जाएगी, जिससे उनका खाता सक्रिय हो जाएगा।
सभी आर्थिक वर्ग उठा सकेंगे लाभ
इस योजना के तहत माता-पिता अपने बच्चों के नाम पर सालाना कम से कम 1,000 रुपये का निवेश कर सकते हैं। इससे यह योजना सभी आर्थिक पृष्ठभूमि के परिवारों के लिए सुलभ होगी। चक्रवृद्धि ब्याज के कारण लंबे समय में निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है।
एनपीएस वात्सल्य योजना क्या है?
यह योजना विशेष रूप से युवाओं के लिए तैयार की गई है, जिसके अंतर्गत माता-पिता या अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के लिए दीर्घकालिक बचत खाता खोल सकते हैं। जब बच्चा 18 साल का हो जाएगा, तब यह खाता नियमित एनपीएस खाते में परिवर्तित किया जा सकेगा।
कौन हैं पात्र?
इस योजना के तहत सभी भारतीय नागरिक, एनआरआई या ओसीआई (भारतीय मूल के विदेशी नागरिक) अपने नाबालिग बच्चों के लिए खाता खोल सकते हैं। माता-पिता या कानूनी संरक्षक तब तक इस खाते को संचालित करने के अधिकारी होंगे, जब तक बच्चा बालिग नहीं हो जाता।