रांची:मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जहां लोग झगड़ा करते हैं वहीं भाजपा की राजनीतिक रोटी पकती है। इनके षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब देना है। विपक्ष के ये लोग हिंदू-मुस्लिम, जात-पात की राजनीति कर आपस में उलझाते हैं, ताकि सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े और तनाव फैले। सोरेन ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि ऐसे लोगों को बोरे में बंद कर गुजरात के समंदर में फेंकना है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि दो-तीन माह बाद चुनाव होने जा रहा है। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले ये सामंती लोग राज करने के फिराक में हैं। सीएम ने ऐसी स्थिति से निपटने के लिए लोगों से तैयार रहने का आह्वान किया। सीएम बुधवार को जामताड़ा के कुंडहित में आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग अब संताल परगना और बिहार को मिलाकर अलग राज्य बनाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को बोरे में बंद कर गुजरात के समंदर में फेंकने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि बीते साढ़े चार वर्ष में उनकी सरकार ने आमजन के लिए जो कार्य किया है, वह विपक्ष ने 20 वर्षों में भी नहीं किया और आने वाले 50 वर्षों में भी नहीं कर सकेगा। सीएम ने कहा कि चुनाव आता देख केंद्र सरकार, झारखंड में एक-डेढ़ लाख आवास का झुनझुना दिखा रही है। यहां 20 लाख लोगों को आवास मिलना है, लेकिन इसका जवाब भाजपा के पास नहीं है। उनकी सरकार ने लाखों लोगों को अबुआ आवास से जोड़ा है। आने वाले पांच साल में सभी 20 लाख गरीबों को अबुआ आवास देने का लक्ष्य है।
दुर्गा पूजा में सरकार और प्रशासन से मिलेगा पूरा सहयोग: सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मंगलवार को कांके रोड स्थित उनके आवासीय कार्यालय में रांची जिला दुर्गा पूजा समिति का एक प्रतिनिधिमंडल मिला। रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पुराना विधानसभा मैदान में पहली बार दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन हो रहा है। सीएम ने रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों से कहा कि पूजा आयोजन समितियों को राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन का हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूरा सहयोग मिलेगा। कहा कि पूजा के आयोजन के विभिन्न बिंदुओं पर जिला प्रशासन एवं पूजा आयोजन समिति के सदस्य बैठक कर एक बेहतर समन्वय तथा तालमेल बनाएं। शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूजा संपन्न कराना सुनिश्चित करें। कहा कि कभी-कभी प्रशासन एवं पूजा समिति के आपसी समन्वय और तालमेल में कमी के कारण समस्याएं होतीं हैं। पूजा आयोजन में व्यवस्थाओं का पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए।