SBI FD Investment: सिक्योर रिटर्न के लिए लोग सावधि जमा (एफडी) में निवेश करना पसंद करते हैं। बीते कुछ महीनों से रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को स्थिर रखा है तो बैंकों ने एफडी की ब्याज दर में बढ़ोतरी की है। कुछ स्पेशल टेन्योर के एफडी की ब्याज दर सामान्य एफडी से ज्यादा होती हैं। यही वजह है कि स्पेशल टेन्योर वाले एफडी ने निवेशकों को अट्रैक्ट किया है। हालांकि, अब स्पेशल एफडी स्कीम्स की डेडलाइन खत्म होने वाली है।
खत्म हो रही डेडलाइन
दरअसल, तीन प्रमुख बैंकों – भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), आईडीबीआई और इंडियन बैंक की स्पेशल एफडी स्कीम में निवेश करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। ऐसी योजनाएं 300-444 दिन की अवधि में 7.05-7.35 प्रतिशत प्रति वर्ष तक की ब्याज दरों की पेशकश करती हैं। यदि आप जोखिम से बचने वाले व्यक्ति हैं और सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं, तो आपको 30 सितंबर की समयसीमा समाप्त होने से पहले इस योजना में निवेश करने पर निर्णय लेना होगा।
किस योजना की कितनी ब्याज दर
आईडीबीआई बैंक की उत्सव एफडी योजना 300, 375, 444 और 700 दिनों की अवधि के साथ स्पेशल एफडी प्रदान करती है। इस योजना में वरिष्ठ नागरिक प्रति वर्ष 7.55 से 7.85 प्रतिशत ब्याज अर्जित कर सकते हैं। वहीं, सामान्य, एनआरई और एनआरओ (अनिवासी साधारण) श्रेणी के निवेशक प्रति वर्ष 7.05 से 7.35 प्रतिशत ब्याज अर्जित कर सकते हैं। इसी तरह, 400 दिनों की अवधि वाली एसबीआई की अमृत कलश एफडी योजना भी सामान्य और वरिष्ठ नागरिकों को क्रमशः 7.10 और 7.60 प्रतिशत की ब्याज दर पेश करती है।
इसके अलावा इंडियन बैंक की विशेष एफडी योजनाएं IND सुप्रीम और IND सुपर हैं। 300 दिनों की अवधि वाली IND सुप्रीम योजना 7.05 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान करती है, जबकि 400 दिनों की अवधि वाली IND सुपर योजना 7.25 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान करती है। ये दरें सामान्य और एनआरओ दोनों निवेशकों पर लागू होती हैं।