डेस्क:सुल्तानपुर लूटकांड में मंगेश यादव के बाद अब एक और आरोपी को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है। यह एनकाउंटर उन्नाव में हुआ है। इस बार मारे गए अपराधी का नाम अनुज प्रताप सिंह था। उस पर एक लाख रुपए का इनाम था। इस मामले में अब तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जा चुका है जबकि दो आरोपी मारे गए हैं। चार आरोपी अब भी फरार हैं। यूपी पुलिस और एसटीएफ उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार तड़के उन्नाव के अचलगंज थाना के बेथर में एसटीएफ और उन्च्नाव पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अपराधी अनुज प्रताप सिंह के सिर में गोली लगी। अनुज को पुलिस अस्पताल ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक अनुज पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर के चौक ठठेरी बाजार निवासी भरत जी सोनी के यहां से बदमाशों ने दिन दहाड़े 1.35 करोड़ रुपए की ज्वेलरी की लूट की थी। इस मामले में पुलिस ने 5 सितम्बर को मंगेश यादव नामक एक अपराधी को मार गिराया था। मंगेश के एनकाउंटर के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी एसटीएफ पर जाति के आधार पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। सपा इस एनकाउंटर को लगातार मुद्दा बना रही थी।
पुलिस ने तीन दिन पहले ही सुल्तानपुर लूटकांड के एक और आरोपी अजय यादव को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के पहले हुए एनकाउंटर में अजय यादव के पैर में गोली लगी थी। सोमवार तड़के एसटीएफ की एक बार फिर सुल्तानपुर लूटकांड के आरोपी से मुठभेड़ हुई जिसमें अनुज प्रताप सिंह मारा गया। पुलिस ने इस मामले में मंगेश यादव के एनकाउंटर के पहले एक और एनकाउंटर में दो सितम्बर की रात आरोपी सचिन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह और त्रिभुवन को गिरफ्तार किया था। उनके पास से लूट की 15 किलोग्राम चांदी और लगभग 38 हजार रुपये नकद बरामद किए गए थे।
मुख्य आरोपी विपिन सिंह ने कर दिया था सरेंडर
यूपी की सियासत को गरमा देने वाले सुल्तानपुर लूट कांड के मुख्य आरोपी विपिन सिंह ने रायबरेली की कोर्ट में गैंगस्टर मामले में आतमसमर्पण कर दिया था। पुलिस के अनुसार ज्वेलर्स भरत सोनरी के यहां लूट में विपिन सिंह गैंग के अन्य सदस्यों के साथ अनुज प्रताप सिंह निवासी जनापुर मोहनगंज अमेठी भी शामिल था। पिछले शुक्रवार को भरत जी ज्वैलर्स के यहां से लूट में गया माल रिलीज किया गया था। न्यायालय के आदेश पर कोतवाली नगर पुलिस ने ज्वेलर्स को 15 किलोग्राम चांदी और दो किलोग्राम से अधिक का सोना सुपुर्द कर दिया था।