डेस्क:निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को कहा कि उसने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है, जिसमें उसने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की बैलेट इकाइयों पर अपने चुनाव चिह्न ‘तुरही बजाता हुआ आदमी’ प्रमुखता से प्रदर्शित करने का अनुरोध किया था, लेकिन इस चुनाव चिह्न पर रोक लगाने की मांग को खारिज कर दिया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राकांपा (एसपी) ने निर्वाचन अधिकारियों को बताया है कि उसका चुनाव चिह्न ‘तुरही बजाता हुआ आदमी’ ईवीएम की बैलेट इकाइयों पर प्रमुखता से प्रदर्शित नहीं किया गया था।
कुमार ने कहा, ‘हमने उनसे यह स्पष्ट करने को कहा था कि वे अपना चुनाव चिह्न बैलेट इकाई पर किस तरह प्रदर्शित करना चाहते हैं। राकांपा (एसपी) ने हमें चुनाव चिह्न के बारे में तीन विकल्प दिए थे और हमने उनके द्वारा दिए गए पहले सुझाव को स्वीकार कर लिया।’
हालांकि, मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने स्पष्ट किया कि आयोग चुनाव चिह्न के आवंटन की मौजूदा प्रणाली में कोई बदलाव नहीं करना चाहता है। उन्होंने चुनाव चिह्न की सूची से तुरही चिह्न को हटाने के अनुरोध को भी खारिज कर दिया।
कुमार ने कहा कि तुरही चुनाव चिह्न ‘तुरही बजाता हुआ आदमी’ से अलग है। शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी ने तर्क दिया था कि तुरही चुनाव चिह्न ‘तुरही बजाता हुआ आदमी’ के समान है, जिससे लोकसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा हुई।
राकांपा (एसपी) ने कहा था कि सतारा निर्वाचन क्षेत्र में जिस निर्दलीय उम्मीदवार को तुरही चुनाव चिह्न आवंटित किया गया था, उसे भाजपा उम्मीदवार उदयनराजे भोंसले की जीत के अंतर से अधिक वोट मिले थे।
भोंसले ने राकांपा (एसपी) उम्मीदवार शशिकांत शिंदे को 32,771 वोटों से हराया था। तुरही चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय उम्मीदवार संजय गाडे को 37,062 वोट मिले थे।
महाराष्ट्र में कब हैं चुनाव
महाराष्ट्र में सभी 288 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा तथा मतगणना 23 नवंबर को होगी। राजीव कुमार ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलनमें महाराष्ट्र राज्यसभा विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में एक चरण में विधानसभा चुनाव होगा।