डेस्क:झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जवाहर पासवान ने बीजेपी का साथ छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए हैं। जवाहर पासवान को खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी में शामिल करवाया है।
कौन हैं जवाहर पासवान
जवाहर पासवान झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष थे। रविवार को उन्होंने एक जनसभा के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थाम लिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जवाहर पासवान को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे पहले जवाहल पासवान 2007 में बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी भी रह चुके हैं।
भाजपा सूखता हुआ पेड़:हेमंत सोरेन
एक चुनावी जनसभा के दौरान हेमंत सोरेन ने बताया यहां की माता-बहनों के सम्मान में हम आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। आने वाले 5 वर्ष में हर घर में एक लाख रुपये पहुंचने का काम करेंगे और हम लोगों ने कानून बना दिया है कि जिनके खाते में ₹1000 जा रहा है। वह 2500 रुपया हो जाएगा। इन्हें अगर मौका लग गया तो यह आपके शरीर से कतरा कतरा खून निकाल लेंगे। 5 वर्ष से ये सत्ता से बेदखल हैं। आज भारतीय जनता पार्टी का पेड़ सूखते जा रहा है। आने वाले समय में फिर 5 साल तक इन्हें बाहर करेंगे और इन्हें जड़ से उखाड़ कर देख देंगे।
गड़बड़ी करने वाले जेल जाएंगे
सोरेन ने कहा ये लोग कहते हैं जेपीएससी और सीजेएल परीक्षा के जरिए हुई नियुक्ति की सीबीआई से जांच करेंगे। हमने सीजीएल परीक्षा की पूरी जांच कर ली है। लोग चिन्हित हो चुके हैं, जिन्होंने गड़बड़ी करने की कोशिश की, गड़बड़ी तो कर नहीं पाए और लेकिन पकड़े जा चुके हैं चुनाव समाप्त होते ही वे सभी जेल जाएंगे।
दो चरण में चुनाव क्यों, पांच चरण में क्यों नहीं
हेमन्त सोरेन ने केंद्रीय गृहमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इनके गृह मंत्री ने कहा है कि नक्सलवाद खत्म कर देंगे। हम पूछना चाहते हैं तो अगर नक्सलवाद खत्म नहीं हुआ तो जो पांच चरण में होने वाले चुनाव को दो चरण में कैसे करा रहें हैं। इससे साफ संकेत है कि इस राज्य में नक्सलवाद पूरी तरह से खत्म हो चुका है। आने वाला समय बताएगा झूठ क्या है और सच क्या? हेमन्त सोरेन ने कहा ये लोग बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि देश के प्रधानमंत्री जी जब वे शपथ ग्रहण कर रहे थे तो संविधान किताब पर माता में ठोक रहे थे। आप बोल रहे थे कि देश संविधान से चलेगा। कायदे कानून से चलेगा। हर वर्ग, हर समाज को हक अधिकार मिलेगा। मैं यह जानना चाहता हूं कि बांग्लादेश के साथ अंदर ही अंदर कोई समझौता है क्या? आज बांग्लादेश के पूर्व प्रधानमंत्री का अपने यहां प्लेन उतारने क्यों उतारने दिया? उसे किस आधार पर शरण दे रखा है? यह बताइए झारखंड में बिजली उत्पादन होता है और बांग्लादेश में सप्लाई करते हैं और बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं। बांग्लादेश की सीमा का सुरक्षा किसके जो जिम्मे हैं भारत सरकार के जिम्मे में है। इसमें राज्य सरकार का कोई रोल नहीं। बांग्लादेश से घुसपैठ करने वाले आपके साथी राज्यों से घुसकर आता है। वहां क्यों नहीं रोकते हैं घुसपैठ।