गाजियाबाद:महिला ने विभिन्न कार्यों के लिए तीन लोन लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को 50 लाख की चपत लगा दी। महिला ने अलग-अलग अवधि में बैंक की नवयुग मार्केट शाखा से करीब 70 लाख के तीन लोन लिए थे। बाद में तीनों लोन अकाउंट एनपीए हो गए तथा महिला द्वारा लगाए गए दस्तावेजों में भी फर्जीवाड़ा निकला। जिसके बाद एसबीआई के जनरल मैनेजर ने महिला के खिलाफ नगर कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के जीएम विवेक कुमार ने द्वारा दर्ज कराई शिकायत में कहा है कि किरन जैन नाम की महिला ने सितंबर 2011 में गाजियाबाद के रामपुरी में एक संपत्ति खरीदने के लिए बैंक से 20 लाख का लोन लिया था। इसके बाद महिला ने उसी अवधि में जनरेटर लगाने के लिए बैंक से पांच लाख का लोन लिया। महिला लोन की किश्तें भरती रहीं तथा दिसंबर 2013 में राजनगर एक्सटेंशन स्थित रेड एप्पल सोसाइटी में संपत्ति खरीदने के लिए 44.50 लाख का लोन लिया। जनरल मैनेजर का आरोप है कि किरन जैन ने जिस काम के लिए लोन लिया था, पैसा उस काम में नहीं लगाया। बीस लाख का लोन उन्होंने दुकान खरीदने के लिए लिया था, लेकिन मौके पर दुकान नहीं बनाई। महिला ने मौके पर जो निर्माण कराया था, उसे भी जीडीए ने सील कर दिया। आरोप है कि महिला के तीनों लोन का करीब 50 लाख रुपये अभी बकाया है, जिसे जमा नहीं कराया गया।
बैंक अधिकारियों से मिलीभगत का आरोप
बैंक के जीएम का आरोप है कि किरन जैन ने फर्जी इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करके बैंक से लोन लिया और उसे नहीं चुकाया। ऐसा बैंक अधिकारियों से मिलीभगत करके ही हो सकता है। महिला के दोनों खाते एनपीए होने तथा लोन के बकाया 50 लाख रुपये न मिलने पर जीएम ने नगर कोतवाली में तहरीर दी। नगर कोतवाल अमित कुमार खारी का कहना है कि किरन जैन के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। विवेचना में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।