नई दिल्ली:यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार को लेकर संयुक्त राष्ट्र आम सभा की इमरजेंसी बैठक में रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समूह (UNHRC) से बाहर निकालने का फैसला किया गया है। रूस को से बाहर करने के पक्ष में 93 वोट पड़े वहीं भारत ने इस वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। रूस ने इस बैठक को उनके खिलाफ पश्चिमी देशों की साजिश का हिस्सा बताया था। बैठक से पहले रूस ने सभी सदस्य देशों से अपील की थी कि वो पश्चिमी देशों और उनके सहयोगियों द्वारा मानवाधिकार को लेकर बनाए गए उनके ढांचे के खिलाफ वोट करें।
रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन से बाहर निकलाने को लेकर बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र आम सभा से पहले रूस के विदेश मंत्री सरगे लावरोव ने कहा कि बार-बार उकसाने के बावजूद मॉस्को कीव के साथ बातचीत जारी रखेगा। वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन की तरफ से संयुक्त राष्ट्र आम सभा में मौजूद प्रतिनिधि ने कहा कि रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार सगंठन से बाहर निकालना विकल्प नहीं बल्कि हम सबकी जिम्मेदारी है। रूस को मानवाधिकार संगठन से बाहर करने को लेकर बुलाई गई इमरजेंसी बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बात कही।
यूक्रेन के प्रतिनिधि ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम एक ऐसी अजीब स्थिति में फंस गए हैं जहां एक देश की सीमा में घुसकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग का सदस्य देश मानवाधिकार का उल्लंघन कर रहा है। यही नहीं वो वहां वॉर क्राइम कर रहा है जो मानवता के खिलाफ है। गौरतलब है कि यूक्रेन के बूचा शहर में एक सामूहिक कब्रिस्तान मिला है जिसमें से करीब 300 यूक्रेनी नागरिकों का क्षत-विक्षत शव निकला जा चुका है। इनमें से कई लोग ऐसे हैं जिन्हें पास से गोली मारी गई है।