नई दिल्ली : ऑनलाइन पेमेंट कंपनी भारतपे के सबसे बड़े शेयरहोल्डर सिकोया कैपिटल ने रविवार को कहा कि जानबूझकर किए मिसकंडक्ट और फ्रॉड के खिलाफ वह सख्त रुख अपनाना जारी रखेगा। सिकोया ने कहा, हम कंपनी और कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए काम करने से नहीं हिचकिचाएंगे, भले ही इसकी कीमत हमें आर्थिक रूप से क्यों न चुकानी पड़े।
सिकोया का ये बयान भारतपे के हालिया विवाद के बाद आया है जिसमें कंपनी के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन पर कंपनी के फंड के दुरुपयोग के आरोप लगे थे और फिर ग्रोवर को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। सिकोया ने अपने बयान में सीधे तौर पर भारतपे का नाम नहीं लिया। भारतपे शॉप ओनर्स को क्यूआर कोड के जरिए ग्राहक से पेमेंट लेने की सुविधा देता है।
कठिन समय में हमेशा फाउंडर्स के साथ
सिकोया का भारतपे के अलावा 1mg से लेकर बायजूस, कैफे कॉफी डे और ग्रूफर्स जैसी कंपनियों में निवेश है। सिकोया के पोर्टफोलियो की आठ कंपनियां पिछले साल पब्लिक हुईं है। सिकोया ने कहा, ‘हम आमतौर पर कठिन समय के दौरान अपने फाउंडर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होते हैं, लेकिन कभी कभी हम बहुत ज्यादा निराश महसूस करते हैं।
हमारे सबसे खराब दिन वो होते हैं जब हम पोर्टफोलियो में इंटीग्रिटी और इथिक्स के उल्लंघन के बारे में सुनते हैं। यह वह चीज है जो हमें बहुत ज्यादा दुख देती है। हम चाहते हैं कि ऐसी बड़ी कंपनियों का निर्माण किया जाए जो न केवल वैल्यूबल हों, बल्कि स्थायी भी हों और यह तभी हो सकता है जब वैल्यू सही हों और गवर्नेंस मजबूत हो।’