नई दिल्ली : यूक्रेन पर रूसी हमला पिछले करीब दो महीने से जारी है। यूक्रेन युद्ध को लेकर दुनिया दो फाड़ हो चुकी है। एक पक्ष रूस के साथ तो दूसरा अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ दिख रहा है। भारत की बात करें तो भारत ने खुलकर किसी भी पक्ष का साथ नहीं दिया है और बातचीत के जरिए मसले को सुलझाने पर जोर दिया है हालांकि एक्सपर्ट्स मानते हैं कि भारत रूस के साथ है।
भारत की मदद से यूक्रेन की मदद करना चाहता था जापान?
ताजा अपडेट ये है कि जापान ने कहा है कि भारत ने विस्थापित यूक्रेनी लोगों को मानवीय सहायता देने के लिए जापान के विमान को देश में उतरने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। यह रिपोर्ट निक्केई एशिया ने दी है। रिपोर्ट के मुताबिक जापानी सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नीति प्रमुख साने ताकाइची ने कहा है कि भारत ने विस्थापित यूक्रेनी लोगों को मानवीय सहायता देने के लिए जापान सेल्फ-डिफेंस फोर्स के विमान को देश में उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक जापानी सरकार ने भारत में एक स्टॉपओवर पर लोड की आपूर्ति कर उसे पोलैंड और रोमानिया के जरिए यूक्रेन तक परिवहन करने की योजना बनाई थी। बता दें कि शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त द्वारा सहायता की अपील की गई थी। इस मामले पर अब तक भारतीय विदेश मंत्रालय ने कोई कमेंट नहीं किया है।
क्वाड गठबंधन पर पड़ेगा असर?
घटनाक्रम को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर यह रिपोर्ट सही है तो क्वाड ग्रुप और कमजोर हो सकता है। बता दें कि क्वाड ग्रुप में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका जैसे देश शामिल हैं। इस ग्रुप को कथित तौर पर रूस और चीन से निपटने के लिए बनाया गया है। यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश रूस पर हमलावर हैं वहीं भारत रूस के विरोध में बोलने से बचता नजर आ रहा है। ऐसे में क्वाड ग्रुप कमजोर पड़ सकता है।