जम्मू:अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार होने जा रहे सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर के जी-20 सम्मेलन को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न करवाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। आतंकी खतरे को देखते हुए कश्मीर ही नहीं, जम्मू में भी जगह-जगह नाके, क्विक एक्शन टीमें (क्यूआरटी) और चप्पे-चप्पे पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती कर शहर को कड़े सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है।
इस बीच, प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए कठुआ, जम्मू, राजौरी और पुंछ में सुरक्षा कारणों से आर्मी पब्लिक स्कूलों को 25 मई तक बंद कर दिया है। इन स्कूलों में आनलाइन कक्षाएं चलेंगी। वहीं, हाल में पुंछ और राजौरी में हुए आतंकी हमलों के बाद किसी भी सूचना को हलके में नहीं लिया जा रहा है। इसलिए बुधवार को पुंछ के पुरानी पुंछ मोहल्ले और राजौरी के बथूनी में संदिग्ध देने जाने के बाद सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया, हालांकि इसमें किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। बता दें कि जी-20 सदस्य राष्ट्रों के पर्यटन कार्यसमूह का सम्मेलन 22 से 24 मई को श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआइसीसी) में हो रहा है।
केंद्रीय गृह सचिव और खुफिया ब्यूरो प्रमुख ने संभाली है कमान
सम्मेलन की तैयारियों और सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन कुमार डेका मंगलवार से ही कश्मीर में हैं। वह सभी को जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे हैं। बुधवार को भी उन्होंने श्रीनगर में पुलिस मुख्यालय में जम्मू कश्मीर पुलिस और केंद्रीय खुफिया अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान सुरक्षा प्रबंधों, आतंकरोधी अभियानों, आतंकी ढांचे और अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों पर चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि विदेशी मेहमानों की सुरक्षा और सम्मेलन स्थल के सुरक्षा कवच को पूरी तरह अभेद्य बनाया गया है।
शहर से लेकर हाईवे और सीमा तक कड़ा पहरा
जी-20 सम्मेलन और विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए करीब 600 पुलिसकर्मियों को ऊधमपुर में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये जवान सादी वर्दी में मेहमानों के आसपास तैनात रहेंगे। इसके अलावा अन्य सुरक्षाबलों के अलावा एनएसजी कमांडो और नौसेना का मार्कोस दस्ता भी तैनात रहेगा। जम्मू-श्रीनगर हाईवे, जम्मू-पुंछ हाईवे पर भी कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है। श्रीनगर और जम्मू शहर में भी अतिरिक्त बलों की तैनाती की जा चुकी है। इसके अलावा आतंकी घुसपैठ की आशंका को देखते हुए नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी पहरा पहले से और कड़ा कर दिया गया है।