जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि देश को धर्म और जातियों में बांटना भाजपा के एजेंडे का हिस्सा है और लोगों को इसे समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले महीने करौली में हुई हिंसा भाजपा का एक प्रयोग था जिसे रामनवमी पर सात अन्य राज्यों में किया गया। उन्होंने कहा, ‘पहले दंगे भड़के फिर बुलडोजर आए।’ गौरतलब है कि राजस्थान के करौली में दो अप्रैल को नवसंवत्सर पर हिंदू संगठनों द्वारा निकाली जा रही रैली जब मुस्लिम बहुल आबादी वाले क्षेत्र से गुजर रही थी उस पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की। इसके बाद हुई हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बाद तनाव पैदा हो गया। इसके साथ ही राजगढ़ मंदिर मामले पर उन्होंने भाजपा पर हमला बोला।
संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने कहा, ‘जो करौली में हुआ, वो एक प्रकार से प्रयोग था उनका। करौली में जो घटना हुई, आप देखेंगे कि हमने तो रोक दिया, राजस्थान भर में रामनवमी पर सब धर्मों ने मिलकर जुलूस निकाले, परंतु, परंतु करौली में जो उनका प्रयोग हुआ जिस रूप में, वही प्रयोग रामनवमी पर 7 राज्यों में हुआ, वहां दंगे भड़के, फिर बुलडोजर आ गए चलाने के लिए।’ उन्होंने कहा कि हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं दिया जा सकता।
देश को बांटना भाजपा के एजेंडे का हिस्सा: गहलोत
आरएसएस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उन्होंने तय कर रखा है कि हमें इस देश को कैसे बांटना है। हिंदू-मुस्लिम के बीच, धर्मों के बीच, जाति के बीच, यह के एजेंडा का हिस्सा है और अभी तो यह शुरुआत है। आने वाले समय में और बड़े हमले करेंगे, मुख्यमंत्री पर करेंगे, सरकार पर करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने दिल्ली में सांसदों की बैठक बुलाई थी। मैंने सुना है कि उन्होंने (मोदी) ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा के बारे में कहा गया है बाकी सांसद कुछ नहीं कर रहे हैं।’ गहलोत ने आरोप लगाया, ”सांसदों से कहा गया है कि जो किरोड़ी मीणा करता है वो तुम सब करो, मतलब धमाल-पट्टी करो, धमाल-पट्टी होगी, हिंसा होगी, अशांति रहेगी, तो काम रुकता है सरकार का, डिस्टर्ब होता है काम, विकास रुकता है।’
राजगढ़ मंदिर मामले पर यह बोले गहलोत
अलवर के राजगढ़ में मंदिर ध्वस्त करने के मामले में भाजपा पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि भाजपा का खुद का नगर पालिका का बोर्ड है.. उन्होंने प्रस्ताव पास किया और आरोप सरकार पर लगा रहे हैं। गहलोत ने कहा, ‘राजगढ़ में 35 में से 34 पार्षद उनके हैं… 35 पार्षद में से 1 जीता है कांग्रेस का, 34 जीते हैं भारतीय जनता पार्टी के, वो प्रस्ताव पास करते हैं और मंदिर गिरा देते हैं। इनको केवल ध्रुवीकरण करना है। कांग्रेस को बदनाम करना है। जनता को खुद को सच्चाई का साथ देना चाहिए, तब जाकर इनको सबक मिलेगा।’