जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि वह कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ने की सोचते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा। साथ ही गहलोत ने आगामी विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘अब आगे देखते हैं क्या होता है।’ उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
गहलोत ने गुरुवार को राज्य के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के शिलान्यास एवं उद्घाटन के वर्चुअल कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अंगदान के लाभार्थियों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान एक महिला ने अपने सफल इलाज के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि वह चाहती हैं कि गहलोत ही आगे मुख्यमंत्री बने रहें।
इस पर गहलोत ने मुस्कुराते हुए कहा, ”मुख्यमंत्री पद जो है ना, मैं कई बार सोचता हूं छोड़ना… पर मुख्यमंत्री पद मुझे नहीं छोड़ रहा।” मुख्यमंत्री आवास में मंच पर इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े लोगों के ठहाकों व तालियों के बीच लाभार्थी महिला ने दोबारा कहा, ”मैं तो यही चाहती हूं कि मुख्यमंत्री आप ही रहें।”
इस पर गहलोत ने कहा, ”आप तो कह रही हो यह लगातार… लेकिन मैं तो खुद कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री पद मुझे छोड़ नहीं रहा है। अब आगे क्या होता है देखते हैं।”
आरएसएस बैकग्राउंड के डॉक्टर नहीं करें भड़काने का काम
इस बीच, गहलोत ने डॉक्टरों को भगवान का रूप बताते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बैकग्राउंड के डॉक्टरों से अपील की कि वे अन्य डॉक्टरों को हड़ताल के लिए भड़काने का काम नहीं करे। उन्होंने कहा कि वह डॉक्टरों को एक ही बात कहते है कि आप भगवान हो, बस एक ही बात का ध्यान रखें, हड़ताल मत करना। हड़ताल के अलावा मुख्यमंत्री निवास पर धरना दे दे, काली पट्टी बांध लो, हम समझ जाएंगे। उन्होंने कहा कि हड़ताल से ज्यादा प्रभावशाली काली पट्टी होगी। हड़ताल करने से मरीजों को कितनी परेशाानी होती है, यह जिम्मेदारी लेनी होगी। आरएसएस, भाजपा अपनी जगह है। उन्होंने आरएसएस-भाजपा बैकग्राउंड के डॉक्टरों से अपील की कि वे भड़काने का काम नहीं करें, वहां पर ईश्वर के रूप में ही रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार जितनी सुविधाएं दे रही है, उतनी कोई अन्य राज्य नहीं दे रहा है।
राजस्थान को बदनाम कर रहे हैं मोदी
गहलोत ने हाल ही में मणिपुर की घटना पर बयान देते समय राजस्थान का जिक्र करने को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि वह राजस्थान को बदनाम कर रहे हैं। गहलोत ने कहा कि अपराध हर राज्य में होते हैं और सवाल किया कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में हो रहे अपराधों पर क्यों नहीं बोलते हैं?
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी चाहे राजस्थान की कितनी भी आलोचना करें, उनकी भाषा को देखते हुए मुझे लगता है कि वह घबरा गए हैं … मणिपुर से राजस्थान व छत्तीसगढ़ को जोड़ने का क्या तुक है बताइए?… आप हमारे प्रदेश को बदनाम कर रहे हैं।”
गहलोत ने कहा बलात्कार, हत्या और अपराध हर राज्य में होते हैं, लेकिन राजस्थान में तत्काल कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि मोदी को मणिपुर के साथ कम से कम राजस्थान का नाम तो नहीं लेना चाहिए था। उनकी सरकार ने जनता की भलाई के लिए काम किया है।