जयपुर:राजस्थान में कांग्रेस एकबार फिर अपने खेमे को सहेज पाने में विफल रही है। अब सूरतगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले हनुमान मील (Hanuman Meel), पूर्व पीसीसी उपाध्यक्ष अशोक अवस्थी (Ashok Awasthi), पूर्व विधायक गंगाजल मील और पीसीसी उपाध्यक्ष सुशील शर्मा समेत कई अन्य नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया है। ये नेता रविवार को पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इनके साथ ओंकार सिंह लखावत, नारायण पंचारिया और अरुण चतुर्वेदी ने भी भाजपा का दामन थामा।
यह घटनाक्रम सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की जनसभा के एक दिन बाद सामने आया है। सुशील शर्मा (Sushil Sharma) ने आरोप लगाया कि गुटबाजी के कारण कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता निराश हैं। हमने वर्षों तक कांग्रेस के लिए काम किया लेकिन अब पार्टी में कार्यकर्ताओं की सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर के मसले पर कांग्रेस के रुख से सनातन धर्म में आस्था रखने वाले उनके जैसे कार्यकर्ता बेहद निराश हुए हैं।
सुशील शर्मा ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न केवल देश वरन विदेशों में भी अपनी ताकत साबित की है। इससे प्रभावित होकर, मैंने राष्ट्रवादी सोच के साथ भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। वहीं कांग्रेस के पूर्व विधायक मील ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में मनमानी करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक मील ने कहा कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से की थी। अफसोस है कि प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी हमारी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में कांग्रेस में पूरी तरह से टांग खिंचाई चल रही है। बताया जाता है कि कांग्रेस नेताओं के अलावा, सेवानिवृत्त अधिकारियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के कई अन्य लोग जयपुर में पार्टी के राज्य मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए। कुशवाहा समाज के नेताओं ने भी भाजपा का दामन थामा। भाजपा को लोकसभा चुनावों में इसका फायदा मिलने की उम्मीद है।