जयपुर। राजस्थान में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की कोलिहान खदान में मंगलवार शाम हुए हादसे में 15 अधिकारी फंस गए हैं। नीमकाथाना जिले की इस खदान में 1875 फीट की गहराई में लिफ्ट की चेन टूट गई थी। करीब 9 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन प्रशासन को अब तक सफलता नहीं मिली है। टीम मौके पर गई है। जहां घटना हुई है वह जमीन से लगभग 1875 फीट नीचे है। यह अधिकारी विजिलेंस टीम में शामिल थे। हादसे के बाद आस-पास की सभी एम्बुलेंसों को मौके पर बुला लिया गया है। डॉक्टरों की टीमों को भी किया आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है।
बता दें सोमवार को विजिलेंस की टीम आई थी।कल से माइंस का निरीक्षण चल रहा था।मंगलवार दोपहर में टीम ने खेतड़ी नगर खदान का दौरान किया था। शाम करीब 5 बजे टीम कोलिहान माइंस में पहुंची थी। इसके बाद केसीसी चीफ समेत विजिलेंस की टीम माइंस में नीचे उतरी।रात 8:10 बजे माइंस से निकलते समय लिफ्ट की चेन टूट गई।324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानेंखेतड़ी और आसपास के हिस्से में तांबे के भंडार हैं। यह पूरा क्षेत्र ताम्र नगरी कहलाता है और देश का 50 प्रतिशत तांबा इन्हीं पहाड़ों से निकाला जाता है।
कोलिहान क्षेत्र में करीब 324 किमी के दायरे में 300 से अधिक भूमिगत खदानें हैं। जहां समुद्र तल से माइनस 102 मीटर की गहराई पर तांबा निकाला जाता है। ऐसे में यह देश की पहली सबसे बड़ी और सबसे गहरी तांबे की माइंस हैं। यहां से निकालने वाले तांबे की गुणवत्ता के कारण यह लंदन मेटल एक्सचेंज की ए ग्रेड में शामिल है और इसी कारण देश में सुरक्षा उपकरण इसी तांबे से बनाए जाते हैं।विभागी सूत्रों के अनुसार माइंस में पंड्या, सीबीओ, जीडी गुप्ता, केसीसी ईकाई प्रमुख, वी भंडारी, डीएसएम, एके शर्मा, केएस सहलोत, रमेश कुमारएके बैहरा, विनोद शेखावत, एए भंडारी, एन सहाय, प्रीतम सिंह,विकास पारीक, हंसी राम और एक अन्य फंसा हुआ है।