नई दिल्ली। होम मिनिस्टर अमित शाह ने आपातकाल की 50वीं बरसी के मौके पर कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया है। उन्होंने संसद में दिए पूर्व पीएम राजीव गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने आपातकाल को सही ठहराया था। एक तरफ उनकी दादी ने इस देश पर आपातकाल थोपा था तो वहीं पिता उसे सही ठहरा रहे थे। अमित शाह ने एक्स लिखा, ‘कांग्रेस ने कई बार एक परिवार को सत्ता में रखने के लिए संविधान को कुचला था। इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान इस देश के लोगों पर भीषण अत्याचार किए थे।’
अमित शाह ने अपनी पोस्ट में राजीव गांधी के भाषणों का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। इसके आगे वह लिखते हैं, ‘कांग्रेस पार्टी के युवराज भूल गए हैं कि उनकी दादी ने देश पर आपातकाल थोपा था। और उनके पिता ने 23 जुलाई, 1985 को लोकसभा में इस पर गर्व व्यक्त किया था। उनका कहना था कि इमरजेंसी लगाने में कुछ भी गलत नहीं था। यही नहीं उनका कहना था कि यदि किसी प्रधानमंत्री को लगता है कि देश में आपातकाल लगाना जरूरी है और वह उन स्थितियों में लगा नहीं पाता है तो फिर वह पीएम बनने के लिए फिट नहीं है।’
इन तानाशाही हरकतों से पता चलता है कि कांग्रेस के लिए एक परिवार और उसकी सत्ता से बढ़कर कुछ नहीं है। अमित शाह ने जो दस्तावेज शेयर किया है, उसके मुताबिक राजीव गांधी लोकसभा में कहते हैं, ‘मैं कहना चाहता हूं कि यदि कोई सरकार फैसले नहीं ले पाती है तो वह देश के लिए खतरा होती है। आप जब यहां बैठे थे तो हमारे पास इसी तरह की सरकार थी। इसीलिए आप इमरजेंसी की बात करते हुए डरते हैं। इमरजेंसी यदि लगाई गई तो उसमें कुछ गलत नहीं था। इसकी कब जरूरत होती है। इसका जिक्र संविधान में भी किया गया है।’
The Congress crushed the spirit of our Constitution several times for the sake of maintaining a certain family in power.
Indira Gandhi unleashed ruthless atrocities on the people of India during Emergency.
The yuvraj of the Congress party has forgotten that his grandmother… pic.twitter.com/Qau9k68A8W
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2024
राजीव गांधी ने कहा था- संविधान के मुताबिक ही लगा आपातकाल
इसके आगे राजीव गांधी कहते हैं, ‘मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं कि यदि किसी पीएम को लगता है कि देश में आपातकाल लगना चाहिए और वह उस अवस्था में ऐसा कर नहीं पाता है तो उसे पीएम रहने का हक नहीं है।’ यही नहीं राजीव गांधी ने कहा कि 1975 में आपातकाल इस देश के संविधान के अनुसार ही लगाया गया था, जिसमें 1978 में संशोधन किया गया था।