नई दिल्ली:दुकानों पर मालिक का नाम लिखने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने भले ही अंतरिम रोक लगा दी है, लेकिन इस पर राजनीतिक घमासान थम नहीं रहा है। अब दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने इसे दलितों से जोड़कर भाजपा पर निशाना साधा है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा है कि भाजपा के खिलाफ वोट देने वाले दलितों से बदला लेने के लिए यह आदेश जारी किया गया है। इससे पहले कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इसे धार्मिक भेदभाव की कोशिश बताया था।
दिल्ली सरकार की ओर से कांवड़ियों के लिए किए जा रहे इंतजामों का ब्योरा देते हुए आतिशी ने सोमवार को भाजपा पर जोरदार प्रहार किया। उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी एक दलित विरोधी पार्टी है। साफ है कि भाजपा का लक्ष्य था कि इस चुनाव में 400 सीटें लाकर संविधान बदलना और आरक्षण को हटाना था। यही कारण है कि देशभर में भाजपा के गलत प्रयासों को रोकने के लिए दलित समाज ने भाजपा के खिलाफ वोट किया। आज दलितों से बदला लेने के लिए उनके आर्थिक अवसर खत्म करने के लिए भाजपा ऐसे आदेश पारित कर रही है।’
आतिशी ने छुआछूत को हिंदू धर्म और समाज की कमी बताते हुए कहा, ‘हमारे समाज में, हिंदू धर्म में त्रुटि रही है कि हम दलित समाज के घर में उनके हाथ का खाना नहीं खाएंगे। लेकिन आज के आधुनिक युग में ऐसी सब मान्यताएं समाप्त हो रही हैं। सभी राजनीतिक दलों की कोशिश होनी चाहिए कि इस तरह की मान्यताओं को खत्म कर दिया जाए।’ आम आदमी पार्टी सरकार की ताकतवर मंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा ने दलित दुकानों की बिक्री कम करने के लिए ऐसा किया। उन्होंने कहा, ‘जब भाजपा ऐसा आदेश देती है और किसी को अपना सरनेम, जाति अपनी दुकान- ठेले पर लिखना पड़ेगा तो यह इसी कारण से किया जा रहा है कि जो लोग कांवड़ यात्रा पर जा रहे हैं वो दलित समाज के लोगों से ना फल खरीदें, ना खाना खाएं उनके ढाबे रेस्टोरेंट में खाना ना खाएं।’
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का आभार जताते हुए कहा कि विश्व हिंदू परिषद, भाजपा और उनके सभी जुड़े संगठन दलित विरोधी हैं और वह हर कोशिश करते हैं कि गलित समाज को आगे बढ़ने का मौका ना दिया जाए। आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार कांवड़ियों के लिए कुल 185 कैंप लगा रही है। उन्होंने कहा कि वॉटर प्रूफ कैंपों में पानी-टॉयलेट समेत सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। मेडिकल की व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी।