डेस्क :गौतम अडानी समूह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब अडानी समूह पर सुप्रीम कोर्ट में एक नया आवेदन दायर किया गया है। यह आवेदन विशाल तिवारी नाम के शख्स ने दिया है। इस आवेदन में अडानी समूह के खिलाफ अमेरिकी अभियोग से संबंधित नए दस्तावेजों को जोड़ने का अनुरोध किया गया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में अडानी समूह के खिलाफ जो मामले चल रहे हैं उनमें नए आरोपों वाले दस्तावेजों को जोड़ने की अपील की गई है।
क्या है आरोप
गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर पर अनुकूल सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए 26.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर (2,200 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने में शामिल होने का आरोप है। अमेरिकी न्याय विभाग ने भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी सहित सात अन्य पर महंगी सोलर एनर्जी खरीदने के लिए आंध्र प्रदेश और ओडिशा के अधिकारियों को रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। हालांकि, इसमें अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। इन परियोजनाओं से समूह को 20 साल से अधिक समय में दो अरब डॉलर से अधिक लाभ होने का अनुमान है।
2022 में जांच शुरू
अभियोजकों ने कहा कि अमेरिका ने 2022 में एक जांच शुरू की। उन्होंने आरोप लगाया कि समूह ने कंपनी की रिश्वत विरोधी गतिविधियों और नीतियों के बारे में गलत और भ्रामक जानकारी देकर अमेरिकी कंपनियों सहित अन्य से कर्ज और बॉण्ड के जरिये दो अरब डॉलर जुटाए। साथ ही समूह ने रिश्वत को लेकर जांच के बारे में सही जानकारी नहीं दी। बता दें कि अमेरिकी कानून अपने निवेशकों या बाजारों से जुड़े मामलों में विदेशों में भ्रष्टाचार के आरोपों को आगे बढ़ाने की अनुमति देता है।
अमेरिकी एसईसी ने भेजा समन
इस मामले को लेकर गौतम अडानी के अहमदाबाद स्थित शांतिवन फार्म हाउस और उनके भतीजे सागर के इसी शहर में बोदकदेव आवास पर समन भेजकर 21 दिनों के भीतर अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) को जवाब देने के लिए कहा गया है।