जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट विधानसभा में पेश किया। हालांकि, बजट की शुरुआत में ही एक बड़ी चूक का मामला सामने आ गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुराना बजट भाषण पढ़ना शुरू कर दिया। पीएचडी मंत्री महेश जोशी ने सीएम के कान में बजट रोकने को कहा। इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पुराना भाषण पढ़ रहे हैं यह कैसे पता चला, इसका मतलब है कि बजट लीक हो गया है।
बचत और राहत देने वाले बजट की घोषणा करके विधानसभा आए मुख्यमंत्री ने भाषण पढ़ना शुरू किया। 2-3 पैराग्राफ वह पढ़ चुके थे। तभी उनके पीछे बैठे मंत्री महेश जोशी सीट से उठते हैं। वह पीछे कहीं जाते हैं और तुरंत आकर सीएम के कान में कहते हैं कि भाषण को रोक दीजिए। गहलोत पूछते हैं क्यों तो मंत्री ने धीरे से कहा कि पुराना वाला है। सीएम ने तुरंत पलटते हुए तारीख देखी तो वह खुद भी चौंक गए। हालांकि, फिर वह खुद भी मुस्कुराने लगे।
बजट को लीक किए जाने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने हंगामा तेज कर दिया। स्पीकर की ओर से सदस्यों को शांत रहने के लिए कहा गया। बार-बार अपील के बाद भी जब हंगामा नहीं थमा तो सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता गुबाल चंद कटारिया ने कहा कि बजट लीक हो गया है और इसलिए इसे पेश नहीं किया जा सकता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट लीक होने से इनकार करते हुए कहा कि एक अतिरिक्त पन्ना गलती से लग गया था। उन्होंने कहा कि सदन में बजट की जो कॉपी बांटी गई है, वह उसी को पढ़ रहे हैं। बजट बनाने वाले अधिकारियों को जब इसका अहसास हुआ तो उन्होंने इस ओर ध्यान खींचा।