नई दिल्ली। दिल्ली के कथित आबकारी नीति घोटाले के आरोपियों को राहत नहीं मिल रही है। अब अदालत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत फिर से बढ़ा दी है। सीएम केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 7 मई तक बढ़ा दी गई है। इसी के साथ अदालत ने शराब घोटाले के अन्य आरोपियों बीआएस नेता के कविता और चनप्रीत सिंह की भी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। के कविता की न्यायिक हिरासत भी 7 मई तक बढ़ाई गई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पेशी अब 7 मई को दोपहर 2 बजे होगी। बताया जा रहा है कि कथित शराब घोटाले में ईडी से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग वाले केस में आरोपी बनाए गए सीएम अरविंद केजरीवाल और चनप्रीत सिंह की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में हुई थी। इनके अलावा बीआरएस नेता के कविता भी वर्चुअली अदालत में मौजूद थीं। तीनों ही आरोपी तिहाड़ जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए थे। के कविता की न्यायिक हिरासत सीबीआई से जुड़े केस में बढ़ाई गई है। के कविता की न्यायिक हिरासत भी 7 मई तक बढ़ाई गई है।
इससे पहले अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ाई गई थी। सीएम की न्याचिक हिरासत खत्म होने के बाद उन्हें जज कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया गया था। जज ने अब केजरीवाल की न्यायिक हिरासत बढ़ाए जाने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी और रिमांड को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले पर 29 अप्रैल को सुनवाई होनी है।
इससे पहले तिहाड़ जेल में अरविंद केजरीवाल की सेहत को लेकर भी काफी हंगामा मचा हुआ था। आम आदमी पार्टी आरोप लगा रही थी कि अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल बढ़ा हुआ है लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन उन्हें इंसुलिन नहीं दे रहा है। AAP ने यहां तक कह दिया था कि जेल में सीएम केजरीवाल की जान लेने की साजिश की जा रही है। यह मामला कोर्ट पहुंचा। जिसके बाद अदालत ने मेडिकल बोर्ड बनाने का आदेश दिया है। बोर्ड ने चेकअप के बाद केजरीवाल को इंसुलिन देने की सलाह दी। मंगलवार को अरविंद केजरीवाल को जेल में इंसुलिन दी गई।
अरविंद केजरीवाल को 21 मई को ईडी ने गिरफ्तार किया था। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता शराब घोटाले में ईडी और सीबीआई दोनों से जुड़े केस में न्यायिक हिरासत में हैं। सीबीआई ने के कविता को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था। ईडी ने जब उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था तब वो तिहाड़ जेल में बंद थीं। दूसरी तरफ ईडी ने चनप्रीत सिंह को हाल ही में गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि चनप्रीत सिंह ही वो शख्स हैं जिन्होंने गोवा विधानसभा चुनाव के वक्त आम आदमी पार्टी के फंड को मैनेज किया था।