जयपुर:कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है। तीन दिन पहले तीसरी लिस्ट जारी की थी, जिसमें जयपुर सीट के लिए सुनील शर्मा को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। अब उनकी उम्मीदवारी का कांग्रेसी ही विरोध कर रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कांग्रेस और उसके नेताओं का उपहास करने वाले दक्षिणपंथी संगठन द जयपुर डायलॉग्स के साथ उनका जुड़ाव जगजाहिर है।
सुनील शर्मा और उनका परिवार कांग्रेस पार्टी के साथ लंबे समय से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, वह जयपुर स्थिति प्राइवेट सुरेश ज्ञान विहार विश्वविद्यालय (एसजीवीयू) के अध्यक्ष और चांसलर भी हैं। हालांकि, द जयपुर डायलॉग्स के साथ उनका जुड़ाव इस पर भारी पड़ रहा है। आपको बता दें कि इस प्लेटफॉर्म को 2016 में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी संजय दीक्षित द्वारा लॉन्च किया गया था।
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने पार्टी से सुनील शर्मा को मैदान में उतारने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। पार्टी के दिग्गज नेता और सांसद शशि थरूर ने कहा, “उन्हें 24 अकबर की राह पर किसी प्रकार की पॉलीन अनुभूति से गुजरना पड़ा होगा! यह उनके हैंडल से मुझ पर हमला करने वाले कई दर्जन ट्वीट्स में से एक है।”
शशि थरूर ने उनकी उम्मीदवारी का विरोध करते हुए जयपुर डायलॉग्स हैंडल के एक ट्वीट का हवाला दिया जिसमें कहा गया था कि “शशि थरूर सिर्फ राहुल गांधी हैं, उन्होंने जाते समय एक लाइब्रेरी से थिसॉरस चुरा लिया था!”
सुनील शर्मा ने विवाद बढ़ता देख एक बयान जारी कर दावा किया कि वह बहुत पहले ही जयपुर डायलॉग्स से अलग हो गए हैं। उन्होंने कहा, “जयपुर डायलॉग यूट्यूब चैनल के प्रबंधन से मेरा कभी कोई लेना-देना नहीं रहा है। मुझे अक्सर कांग्रेस के दर्शन के अनुसार समावेशी भारत के निर्माण पर एक पैनलिस्ट के रूप में सभी समाचार चैनलों और यूट्यूब चैनलों पर आमंत्रित किया जाता है। इसी क्रम में जयपुर डायलॉग यूट्यूब चैनल ने मुझे कांग्रेस की सोच के अनुरूप विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर बोलने के लिए अवश्य आमंत्रित किया था। वहां भी मैंने अपनी क्षमता के अनुसार भारत की महान परंपराओं की वकालत की है और धार्मिक संकीर्ण मानसिकता का सदैव पुरजोर विरोध किया है।”
उन्होंने दावा किया, ”मैंने बहुत पहले ही जयपुर डायलॉग फोरम के निदेशक पद से नाता तोड़ लिया है। कुछ लोग अपने निहित स्वार्थों के कारण अफवाहें फैला रहे हैं।” आपको बता दें कि हाल ही में नवंबर 2023 में वह द जयपुर डायलॉग्स द्वारा आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे।
अपनी सफाई में उन्होंने आगे कहा, “मेरे पिता आचार्य पुरूषोत्तम उत्तम और मेरे बड़े भाई स्वर्गीय सुरेश शर्मा ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस की सेवा में समर्पित कर दिया था और मैं भी 1981 से अब तक लगातार कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहा हूं। मैं सदस्य हूं, लेकिन यह मेरा सौभाग्य है कि इस अवधि के दौरान मुझे विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी की सेवा करने का अवसर मिला।”
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सुनील शर्मा के पास वर्तमान में पार्टी में कोई पद नहीं है, लेकिन उन्होंने अतीत में मीडिया सेल और पार्टी के महासचिव सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया है।