जन्माष्टमी के मौके पर श्री कृष्ण को भोग लगाने के लिए तरह-तरह की चीजें बनाई जाती हैं। इनमें से एक है पंजीरी। पंजीरी को गेहूं के आटे, धनिया, बेसन और नारियल जैसी कई चीजों से बनाया जा सकता है। यहां हम बता रहे हैं अलग-अलग तरह से पंजीरी बनाने का तरीका। इनमें से एक पारंपरिक पंजीरी की रेसिपी।
पारंपरिक पंजीरी रेसिपी
इसे बनाने के लिए एक पैन में आटा डालें और इसे सूखा भून लें। आटे को सुनहरा भूरा होने तक धीमी आंच पर भूनें। फिर इसमें घी डालें और आटे को घी सोखने तक भूनते रहें। जब आटा घी सोख ले तो फिर इसमें भुने हुए काजू, किशमिश और बादाम डालें। फिर इसे तब तक चलाएं जब तक कि पूरा मिक्स भुन न जाए। अब आंच बंद कर दें और इसमें पीसी हुई चीनी मिलाएं।
धनिया पंजीरी
इसे बनाने के लिए एक कड़ाही में मीडियम आंच पर 1 बड़ा चम्मच घी गर्म करें। फिर घी इसमें काजू और बादाम डाल कर हल्का ब्राउन होने तक भूनें। अब इन्हें एक बाउल में निकाल कर एक तरफ रख दें। उसी पैन में मखाने डालकर क्रिस्पी होने तक भूनें। इन्हें पैन से निकालें और हल्का क्रश करें। अब बचे हुअ घी में धनिया पाउडर डाल कर ब्राउन और महक आने तक भूनें। इसे बीच-बीच में चलाते रहें। भुने हुए मेवे को पैन में डालें और अच्छी तरह मिलाएं। पैन को आंच से हटा लें और मिश्रण को पूरी तरह से ठंडा होने दें। ठंडा हो जाने के बाद इसमें सूखा नारियल और पिसी चीनी डालकर अच्छी तरह मिला लें।
गोंद पंजीरी
इसे बनाने के लिए एक पैन में घी गर्म करें और फिर उसमें गोंद को ट्रांसपेरेंट होने तक भून लें। गोंद से एक्सट्रा तेल निकाल कर बर्तन में रख लें। फिर उसी पैन में आधा चम्मच घी दोबारा गर्म करें और इसमें कसा हुआ नारियल डालकर मीडियम आंच पर एक मिनट तक भून लें और गोंद में मिला दें। भुने हुए गेहूं के आटे में गोंद और नारियल, कटे हुए बादाम, पिप्पली मूल और अदरक पाउडर का मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स करें। आंच बंद करें फिर पिसी हुई चीनी डालें और दोबारा मिलाएं।