जयपुर:राजस्थान की गहलोत सरकार करौली, जोधपुर और भीलवाड़ा में हुई सांप्रदायिक घटनाओं की जांच कराएगी। इसके लिए एसआईटी का गठन किया गयाहै। एडीजी विजिलेंस के नेतृत्व में 6 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। हाल ही में सीएम अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को देश के 7 राज्यों में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा की जांच कराने की चुनौती दी थी। डीजीपी एमएल लाठर ने एक आदेश जारी कर बताया कि करौली, जोधपुर और भीलवाड़ा में गठिक कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली घटनाओं की जांच के लिए एडीजी विजिलेंस बीजू जार्ज जोसेफ के नेतृत्व में 6 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। इन घटनाओं का आपस में संबंध होने, इनके पीछे किसी प्रकार का षड्यंत्र होने अथवा किसी योजना के अंतर्गत इन स्थानों पर समान रूप से प्रतिकूल परिस्थितियां उत्पन्न करने के संबंध में जांच की जाएगी।
एसआईटी में ये अफसर शामिल
डीजीपी एमएल लाठर द्वारा जारी आदेश के अनुसार जांच दल में आईजी अपराध राजेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक एसओजी गौरव यादव, एएसपी महिला अपराध एवं अनुसंधान सेल करौली किशोर बुटोलिया. एसीपी पश्चिम जोधपुर आयुक्तालय चक्रवती सिंह एवं सीओ सदर भीलवाड़ा रामचंद्र शामिल किए गए है। यह विशेष जांच दल अपनी रिपोर्ट एक महीने में प्रस्तुत करेगा। इसका नेतृत्व एडीजी जाॅर्ज जोसेफ करेंगे। डीजीपी के अनुसार सांप्रदायिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। दूसरी सांप्रदायिक तनाव फैलाने वालों के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने महाअभियान चला दिया है। पुलिस ने 1169 के खिलाफ कार्रवाई की है। डीजीपी ने उत्पातियों को ढूंढ़-ढ़ूढ़कर पाबंद करने के निर्देश दिए है।
सीएम गहलोत ने अमित शाह को दी थी चुनौती
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सीएम अशोक गहलोत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को देश के 7 राज्यों में रामनवमी के अवसर पर हुई हिंसा की जांच कराने की चुनौती दी थी। सीएम गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार को हिंसक घटनाओं की जांच करानी चाहिए, ताकि पता चल सके कि इनकी जड़ के पीछे कौन है। इसके जवाब में राजस्थान भाजपा ने सीएम गहलोत को जांच कराने की चुनौती दे डाली। एडीजी अपराध बीएल मेहरड़ा ने कहा कि लापरवाही करने वालों पर एक्शन के लिए आईजी कार्मिक को कहा गया है। अपराधियों के अलावा सांप्रदायिक दंगे भड़काने या हिंसा से जुड़े 21 साल पुराने मामले में अगर किसी का नाम रहा है तो अब उनको भी नहीं छोड़ा जाएगा।