डेस्क। अनिल अंबानी कर्ज के जाल से बाहर निकलने की कोशिश में जुट गए हैं। इसी कड़ी में अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप की कुछ कंपनियों ने कर्ज कम किए हैं। ग्रुप की कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के निदेशक मंडल ने अब 12.56 करोड़ इक्विटी शेयरों के प्रेफेंशियल इश्यू के जरिये 3,014 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दे दी है।
क्या कहा कंपनी ने
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि यह प्रेफेंशियल इश्यू प्रवर्तक समूह की कंपनी राइजी इन्फिनिटी प्राइवेट लिमिटेड और अन्य निवेशकों- फ्लोरिंट्री इनोवेशन एलएलपी और फॉर्च्यून फाइनेंशियल एंड इक्विटीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को किया जाएगा। रिलायंस इंफ्रा ने बताया कि इसके बाद प्रवर्तकों की इक्विटी हिस्सेदारी बढ़ेगी।
क्या होगा पैसे का
प्रेफेंशियल इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग सीधे तौर पर व्यावसायिक परिचालन के विस्तार और/या सहायक कंपनियों और संयुक्त उद्यमों में निवेश के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करना और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्य शामिल हैं।
कर्ज कम कर रही कंपनी
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने कर्ज कम करने पर फोकस किया है। रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर का एकल आधार पर कर्ज 87 प्रतिशत घटकर 475 करोड़ रुपये रह गया है। वहीं, कंपनी का नेटवर्थ 9,041 करोड़ रुपये है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया-रिलायंस इन्फ्रा ने भारतीय जीवन बीमा निगम, एडलवाइस एसेट रिकंस्ट्रक्शन, आईसीआईसीआई बैंक, यूनियन बैंक और अन्य कर्जदाताओं के बकाया ऋण को चुका दिया है।
इसके अलावा, कंपनी ने अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई और अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लि. (एईएसएल), के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत, दोनों कंपनियां एक-दूसरे के खिलाफ मध्यस्थता के दावे वापस लेने पर सहमत हुईं हैं।
शेयर पर फोकस
अब शुक्रवार को रिलायंस इंफ्रा के शेयर पर एक बार फिर नजर रहेगी। बता दें कि गुरुवार को शेयर मामूली बढ़त के साथ 284.75 रुपये पर बंद हुए। इससे पहले बुधवार को बीएसई में कंपनी शेयर अपर सर्किट सीमा 19.99 प्रतिशत उछलकर 282.75 रुपये पर बंद हुए।