डेस्क:बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने लगातार मिल रहीं जान से मारने की धमकियों के मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। उन्होंने पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा पर एक पार्टी की तरह काम करने का आरोप लगाया। सांसद ने एसपी से बिना वर्दी में सामने आकर बात करने की चुनौती भी दी है। बता दें कि एक दिन पहले एसपी ने पप्पू यादव को धमकी भरे मैसेज और वीडियो भेजने के मामले का खुलासा करते हुए इसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ होने के दावों को खारिज किया था। उन्होंने आरा से गिरफ्तार एक शख्स के कबूलनामे का हवाला देते हुए पप्पू के सहयोगियों द्वारा ही साजिश रचने का दावा किया था। हालांकि, सांसद ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
पप्पू यादव ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें जो धमकी भरे कॉल, मैसेज और वीडियो आदि भेजे गए हैं, बिहार सरकार उनकी केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से कराए। उन्होंने इस मामले को हाई कोर्ट में ले जाने की बात भी कही। सांसद ने पूर्णिया के एसपी के दावों को खारिज करते हुए कहा कि पलिस द्वारा लगाए गए आरोप अगर सही साबित हुए, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
पप्पू यादव ने कहा, “मुझे 23 से 24 धमकी भरे फोन कॉल आए, जिनमें से अधिकतर की अब तक जांच नहीं हुई है। मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है। मुझे जनता के साथथ रहना पसंद है। एसपी एक पार्टी के रूप में काम कर रहे हैं। चंद राजनेताओं के उकसावे पर वह मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। सुरक्षा बढ़ाने के नाम पर मुझे फर्जी धमकी देने वाले मेरे करीबी सहयोगी का नाम सार्वजनिक कर दें, मैं इस्तीफा दे दूंगा।”
इससे पहले पूर्णिया सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि सत्ताधारी दलों के कुछ नेता पुलिस के साथ मिलकर उनकी हत्या करवाने की साजिश रच रहे हैं। अगर सरकार इसे गंभीरता से नहीं लेती है तो उनके पास अदालत का दरवाजा खटखटाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
पूर्णिया एसपी कार्तिकेय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि पप्पू यादव को धमकी देने के मामले में पुलिस ने आरा से रामबाबू यादव नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। उसने पूछताछ में बताया कि वह पप्पू यादव की पुरानी जन अधिकार पार्टी (जाप) से जुड़ा हुआ था। उसने यह भी कबूल किया कि उसने दो लाख रुपये के लिए यह काम किया। उसे 2000 रुपये दिए भी गए थे, जिसके बाद उसने धमकी भरे दो वीडियो बनाए थे। गिरफ्तार आरोपी ने दावा किया कि सांसद पप्पू यादव के एक करीबी सहयोगी ने ही ऐसा करने के लिए उससे संपर्क किया था। उसने राजनीति में कोई बड़ा पद देने का आश्वासन भी दिया था।
इस खुलासे के बाद बिहार की राजनीति में घमासान मच गया। पूर्णिया से जेडीयू के पूर्व सांसद संतोष कुमार ने इसकी निंदा करते हुए पप्पू यादव को जनता से माफी मांगने को कहा। साथ ही उन्होंने सांसद पर पूर्णिया और यहां के लोगों को बदनाम करने का आरोप लगाया। नाम न छापने की शर्त पर बीजेपी के एक नेता ने एचटी से कहा कि उन्हें पप्पू यादव का खेल पता था, जो आज सच साबित हुआ है। उन्होंने इसे पप्पू यादव की राजनीति के अंत की एक शुरुआत करार दिया।