जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज डूंगरपुर जिले में किसान एवं पाटीदार समाज महासम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश के 90 लाख लोगों को पेंशन मिल रही है और 6 लाख किसानों के बिजली बिल शून्य हो गए है। उनकी सरकार राजस्थान के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों के हित में अलग से कृषि बजट पेश कर दो गुना बजट रखा है। जिसमें 89 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सीएम गहलोत ने आज रविवार को डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा तहसील के ज्ञानपुर गांव में आयोजित गुजरात पाटीदार समाज के महासम्मेलन को संबोधित किया। सीएम ने सागवाड़ा में पाटीदार समाज द्वारा निर्मित हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
सीएम गहलोत ने कहा कि सभी वर्गों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए सीएम ने कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। इसलिए हम सभी को मिलकर प्रदेश में अमन चैन कायम करना चाहिए। जहां पर शांति होगी। अमन होगा। वहीं पर विकास होगा। इससे पूर्व सीएम गहलोत ने सागवाड़ा में पाटीदार समाज द्वारा निर्मित हनुमान मंदिर में पूजा- अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। सम्मेलन को जल संसाधन मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय, जिला प्रभारी मंत्री भंवर सिंह भाटी और मंत्री अर्जुन बामणिया ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा, एग्रो कमेटी के सदस्य प्रेम कुमार पाटीदार, नगरपालिका अध्यक्ष सागवाड़ा नरेंद्र खोड़निया, पूर्व राज्य मंत्री असरार अहमद, पूर्व विधायक कांता देवी समेत जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
सीएम गहलोत ने सागवाड़ा में पाटीदार समाज द्वारा निर्मित हनुमान मंदिर में पूजा- अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। गुजराती पाटीदार समाज डूंगरपुर और बांसवाड़ा में खासा असर रखता है। यही वजह है कि गहलोत के आदिवासी अंचल के दौरे के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सीएम गहलोत रविवार को जयपुर से हैलिकॉप्टर के जरिए रवाना होकर सागवाड़ा पहुंचे और पाटीदार सम्मेलन को संबोधित किया। सम्मेलन के जरिए गहलोत की रणनीति डूंगरपुर और बांसवाड़ा के पाटीदार समाज के जरिए गुजरात के पाटीदार समाज को साधने की है। इस महासम्मेलन में राजस्थान के साथ-साथ गुजरात के भी पाटीदार समाज के लोग बड़ी संख्या में शिरकत करने डूंगरपुर पर पहुंचे।
डूंगरपुर के सागवाड़ा में गुजराती पाटीदार समाज का महासम्मेलन अहम माना जा रहा है। सागवाड़ा भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) का गढ़ माना जाता है और सागवाड़ा में बीटीपी से विधायक है। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पाटीदार समाज के महासम्मेलन के जरिए बीटीपी के गढ़ में भी सेंध लगाने का प्रयास किया है। आदिवासी अंचल की जो 16 सीटें एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है उनमें बांसवाड़ा, बागीदौरा, गढ़, घाटोल, कुशलगढ़, आसपुर, डूंगरपुर, चौरासी, सागवाड़ा, प्रतापगढ़,धरियावद, गोगुंदा, खेरवाड़ा, सलूंबर और उदयपुर ग्रामीण है। आदिवासी अंचल के 4 जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़ की 19 विधानसभा सीटों में से 16 सीटें आदिवासियों के लिए रिजर्व है। इनमें अकेले बांसवाड़ा डूंगरपुर और प्रतापगढ़ की सभी 11 सीटें एसटी वर्ग के लिए रिजर्व हैं। इसके अलावा उदयपुर जिले की 8 विधानसभा सीटों में से 4 सीटें एसटी वर्ग के लिए रिजर्व है। ऐसे में आदिवासी अंचल पर बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गजों की नजर बनी हुई है। आदिवासी अंचल की 19 सीटों में से 8 सीटों पर कांग्रेस और 8 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है जबकि 2 सीटें बीटीपी और एक सीट निर्दलीय के खाते में है।