ढाका: बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ने उन्हें अस्थायी तौर पर भी रहने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने हसीना का वीजा रद्द कर दिया है। अमेरिका ने तो बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों पर अत्याचार और हत्याओं के लिए जवाबदेही तय करने का आह्वान भी किया है। सुरक्षा प्रतिष्ठानों का कहना है कि हसीना ब्रिटेन जाने की योजना बना रही थीं, लेकिन अब वहां से भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिल रहा है। ब्रिटेन ने भी संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाली जांच की मांग की है, उन्हें शरण या अस्थायी शरण देने को तैयार नहीं है।
ब्रिटेन ने नहीं दिया शरण
ब्रिटेन ने पहले भी दुनियाभर के देशों के नेताओं, राजनयिकों और नागरिकों को सुरक्षा प्रदान की है और उन्हें राजनीतिक शरण दी है। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि उनके आव्रजन नियमों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि किसी व्यक्ति को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए ब्रिटेन की यात्रा करने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की आवश्यकता है, उन्हें सबसे पहले सुरक्षित देश में शरण लेनी चाहिए। यह सुरक्षा का सबसे तेज रास्ता है। इसका मतलब यह था कि ब्रिटेन शेख हसीना से भारत में शरण लेने के लिए कह रहा है।
दुबई जा सकती हैं शेख हसीना
इस बीच, सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि हसीना के लिए संभावित गंतव्य संयुक्त अरब अमीरात में दुबई हो सकता है। उन्होंने कहा कि पूर्व बांग्लादेशी पीएम द्वारा अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सूत्रों ने यह भी कहा कि हसीना के भारत में रहने की कोई समय सीमा नहीं है, जहां वह सोमवार शाम को बांग्लादेशी सैन्य विमान से उतरीं। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार चाहेगी कि वह जल्द से जल्द अपनी पसंद के गंतव्य पर पहुंचें।
वर्तमान में कहां हैं शेख हसीना
शेख हसीना वर्तमान में गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर हैं और तकनीकी ठहराव की पिछली योजना के विपरीत, यहां कुछ और दिन बिताने की संभावना है। बांग्लादेशी सेना का सी-130 जे विमान, जो हसीना को भारत लाया था, मंगलवार को वापस चला गया। सूत्रों के अनुसार, मूल योजना यह थी कि विमान ईंधन भरने के लिए तकनीकी ठहराव करे, जो कुछ घंटों का होता। इसके बाद उन्हें या तो दुबई के लिए उड़ान भरनी थी, जहां से उन्हें खुद लंदन जाना था, या फिर दिल्ली से लंदन के लिए चार्टर्ड विमान लेना था।