बिजी लाइफस्टाइल के चक्कर में ज्यादातर लोगों के सोने और जागने का शेड्यूल खराब होता जा रहा है। इस खराब शेड्यूल के चलते न सिर्फ लोगों के ब्रेकफास्ट का समय बदला है, बल्कि लंच और डिनर का समय भी बदल गया है। यही वजह है कि ज्यादातर लोग बीमारियों से परेशान है। कुछ लोग रोजाना देर से डिनर करते हैं। डिनरो को लेकर अक्सर ये कहा जाता है कि ये दिन की आखिरी मील होती है, ऐसे में ये काफी हल्की होनी चाहिए। और सूर्यास्त से पहले डिनर कर लेना चाहिए। अब हाल ही की एक स्टडी में सामने आया है कि शाम 5 बजे के बाद ज्यादा कैलोरी खाने से नुकसान हो सकता है। आइए, जानते हैं क्या कहती है स्टडी-
क्या है स्टडी
यूनिवर्सिटेट ओबर्टा डी कैटालुन्या (यूओसी) और कोलंबिया विश्वविद्यालय की एक हालिया स्टडी में दावा किया गया है कि शाम 5 बजे के बाद रोजाना की कैलोरी से 45 प्रतिशत ज्यादा खाने पर ब्लड शुगर लेवल बिगड़ सकता है। जिससे डायबिटीज की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
देर से खाने वाले और जल्दी खाने वालों में अंतर
इस स्टडी में 50 से 70 साल की उम्र के बीच के 26 लोगों को शामिल किया गया, जिनका वजन ज्यादा था और उन्हें प्रीडायबिटीज या टाइप 2 डायबिटीज थी। वहीं इन सभी के ग्लूकोज लेवल को चेक करने के बाद दो ग्रुप में बांट दिया। अक जल्दी खाने वाले, जिन्होंने शाम से पहले अपनी अधिकांश रोजाना कैलोरी को खाया और दूसरे देर से खाने वाले जिन्होंने शाम 5 बजे के बाद अपनी 45% या उससे ज्यागा कैलोरी को खाया। दोनों ग्रुप ने दिन के दौरान समान मात्रा में कैलोरी और सेम खाने को खाया, लेकिन अलग-अलग समय पर ऐसा किया। ऐसा करके नतीजा ये आया की देर से खाना खाने वालों में ग्लूकोज के प्रति कम सहनशीलता होती है, चाहे उनका वजन कुछ भी हो। यह भी पाया गया कि वे शाम के समय ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और फैट खाते हैं।
5 बजे के बाद खाने से क्या होता है
लंबे समय तक ग्लूकोज के हाई लेवल को बनाए रखने से टाइप 2 डायबिटीज के बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है। हाई ग्लूकोज लेवल से ब्लड वैसल्स को होने वाले नुकसान के कारण दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। कुल मिलाकर देखें तो शाम 5 बजे के बाद खाना आपके मेटाबोलिक और हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है।