अहमदाबाद। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। गुजरात में पार्टी के दिग्गज नेता और कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने सोमवार को ‘हाथ’ का साथ छोड़ दिया। उन्होंने मंगलवार को भाजपा में शामिल होने की घोषणा भी कर दी है।
घोषणा से पहले गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने रविवार रात पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें छह साल के लिए सभी पदों से हटा दिया है। गोहिल ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से यह ऐक्शन लिया गया है। गौरतलब है कि गोहिल का यह बयान ऐसे समय पर आया जब गुजरात में लोकल टीवी चैनल्स पर यह खबर चल चुकी थी कि गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पूर्व विधायक डेर के घर पर जाकर अहमदाबाद में मुलाकात की।
गोहिल की ओर से कार्रवाई की बात कहे जाने के कुछ मिनटों के बाद ही डेर ने अपने आवास पर पत्रकारों को बुलाया और कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि वह मंगलवार को भाजपा के हेडक्वॉर्टर में सदस्यता लेकर नई पारी की शुरुआत करेंगे। डेर ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस छोड़ने की मुख्य वजह यह है कि पार्टी नेताओं ने अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में जाने से इनकार किया।
46 वर्षीय पूर्व विधायक ने कहा कि यह उनके लिए घर वापसी है, क्योंकि वह पहले भी भाजपा में काम कर चुके हैं। डेर ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि कब कांग्रेस ने सस्पेंड किया। लेकिन मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है। यह हाईकमान को पहले ही फैक्स और ईमेल से पहुंच चुका है।’ उन्होंने कहा कि पाटिल उनके घर पर बीमार मां का हालचाल लेने आए थे। डेर ने कहा कि पाटिल से मुलाकात के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया।
राममंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘500 सालों के इंतजार के बाद जब आखिर वह दिन आया और इतना भव्य राम मंदिर बना तो कांग्रेस के नेताओं का मंदिर नहीं जाने का फैसला ठीक नहीं था। मैंने उस वक्त भी मुद्दा उठाया था। मैं किसी की आलोचना नहीं कर रहा हूं। भगवान राम का सभी सम्मान करते हैं और एक राजनीतिक दल को सभी की श्रद्धा का सम्मान करना चाहिए। यह जब नहीं हुआ तो मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया।’