रांची:झारखंड में कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की के दिए एक विवादित बयान के बाद राज्य की राजनीति गर्मा गई है। दरअसल हाल ही में जब उनसे बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के कारण राज्य में हो रहे डेमोग्राफी चेंज (जनसांख्यिकी बदलाव) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों की तुलना राज्य में बिहार से आकर बसे लोगों से कर दी। उन्होंने कहा कि डेमोग्राफी चेंज पूरे झारखंड में हुआ है, रामगढ़ में बिहारी लोग मुखिया बन रहे हैं, लोग इस पर बात क्यों नहीं करते।
भाजपा पर भड़कते हुए उन्होंने कहा, ‘डेमोग्राफी चेंज की बात करते हैं, तो इनको रांची से शुरू करना चाहिए। रांची में जो डेमोग्राफिक चेंज हुआ है और जैसे कालीन में गंदगी को समेटा जाता है, जैसे धूल को कालीन के नीचे ढांक दिया जाता है, उसी तरह से इन लोगों ने यहां के आदिवासी-मूल निवासियों को कहीं कोना-खोमचा झुग्गियों में ढकेल कर रख दिया है।’
आगे उन्होंने कहा, ‘डेमोग्राफी चेंज की यहां बात क्यों नहीं करते। रामगढ़ में आज मुखिया कौन बनता है, बिहारी लोग बनते हैं, बिहार से आकर। ये सब चीजें नहीं दिखती हैं इनको। उसके बारे में इनको बात करना चाहिए। उसके बाद संथाल के बारे में भी हम बात करेंगे। डेमोग्राफिक चेंज पूरे झारखंड में हुआ है। सबसे ज्यादा वक्त तक तो ये लोग सत्ता में थे। 1985 लाकर यहां पर इर्द-गिर्द में बने हुए अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को भी इन्होंने रेसिडेंशियल सर्टिफिकेट दे दिया। इनसे ज्यादा भाजपा पार्टी से ज्यादा झारखंड के लिए बुरा सोचने वाला कोई और नहीं होगा।’
उधर मंदार विधायक शिल्पी नेहा के इस बयान के बाद भाजपा नेता उन पर भड़क गए हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि माननीय विधायक को समझना चाहिए कि बांग्लादेश के मुस्लिम घुसपैठिए दूसरे देश से अवैध तरीके से आकर संथाल एवं झारखंड के अन्य क्षेत्र में बसे हैं। जबकि बिहार से आकर यहां लोग अपने देश के कानून के तहत बसे हैं। इन दोनों की तुलना कर उन्होंने ओछी राजनीति का परिचय दिया है।
शाहदेव ने कहा कि कांग्रेस का मुस्लिम वोटों के तुष्टिकरण और वोट बैंक के राजनीति करने का पुराना इतिहास ही रहा है। संथाल में आदिवासियों की आबादी 16% घट गई और मुसलमानों की आबादी 13% बढ़ गई है। इस पर तमाम कांग्रेसी चुप हैं। लेकिन मुस्लिम घुसपैठ पर प्रश्न होते ही उनके उनकी खीज दिखने रखती है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से तुष्टिकरण में लिप्त शक्तियों ने इन घुसपैठियों को वोटर आई कार्ड और सरकारी दस्तावेज दिलाने का कार्य किया है।
शाहदेव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और झारखंड पीसीसी प्रमुख राजेश ठाकुर से जानना चाहा कि क्या वह भी बांग्लादेश के मुस्लिम घुसपैठियों और बिहार से आकर बसे लोगों को एक समान मानते हैं? प्रतुल ने कहा कांग्रेस हमेशा से नफरत की राजनीति करती है और विघटनकारी शक्तियों की हाथ में खेलती रही है। प्रतुल ने कहा कि भाजपा शुरू से कहती आ रही है कि इस सरकार में बांग्लादेशी घुसपैठियों को जमाई का दर्जा प्राप्त है। उच्च न्यायालय की फटकार के बावजूद इन्हें चिन्हित करने का कार्य नहीं बढ़ रहा। यह मुस्लिम घुसपैठिए आदिवासियों के हक पर सीधा अतिक्रमण कर रहे हैं। भाजपा माटी, रोटी और बेटी को बचाने की लड़ाई लड़ती रहेगी और घुसपैठियों के खिलाफ आवाज बुलंद करती रहेगी। भाजपा राज्य में सत्ता में आने के बाद इनको बाहर का रास्ता भी दिखाएगी।