ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने का सपना अगले वर्ष पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) ने विमानों की उड़ानों को लेकर गुरुवार को स्थिति स्पष्ट कर दी। उड़ान में तय समय से सात माह की देरी होने की बात कही गई है। अब अप्रैल 2025 में एयरपोर्ट से कॉमर्शियल फ्लाइट शुरू होगी, जबकि दिसंबर में ट्रायल रन होगा।
यापल के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने गुरुवार को बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निर्माण और विकास कार्य अग्रिम चरण में है। एयरपोर्ट पर रनवे, टर्मिनल और कंट्रोल टावर का काम पूरा करने में अप्रैल तक का समय लग जाएगा। एयरपोर्ट से उड़ान के लिए कई एयरलाइनों से समझौते हो चुके हैं।
एयरपोर्ट पर उड़ान अंशांकन (फ्लाइट कैलीब्रेशन) के लिए सितंबर या अक्टूबर तक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम स्थापित होगा, ताकि उड़ान में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। दिसंबर में रनवे पर ट्रायल रन शुरू होगा। फिर एयरक्राफ्ट और कॉमर्शियल फ्लाइट का ट्रायल होगा और इसके बाद लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा। अप्रैल अंत तक उड़ान संभव होगी।
दिसंबर में ट्रायल
● दिसंबर महीने में रनवे पर ट्रायल रन शुरू किया जाएगा
● कई एयरलाइन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं
10 लाख का जुर्माना लगेगा
समझौते के तहत 29 सितंबर तक एयरपोर्ट का संचालन शुरू होना था। दिसंबर के बाद निर्माण में देरी पर कंपनी पर संचालन की तिथि तक प्रतिदिन 10 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया, सरकार से वार्ता करेंगे ताकि जुर्माना न लगे।
टर्मिनल बिल्डिंग का काम अधूरा होने से उड़ान में देरी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में विकसित हो रहा है। टर्मिनल बिल्डिंग का काम काफी हद तक अधूरा है। स्टील न आने के कारण करीब चार महीने तक इसका काम रुका रहा। मॉनसून के बाद एयरपोर्ट पर मार्किंग और एप्रोच लाइट लगाने का काम शुरू किया जाएगा। कुछ हिस्से में एयरफील्ड ग्राउंड लाइट लगाई जा चुकी है। 3900 मीटर लंबा पहला रनवे बनकर तैयार हो चुका है। विमानों की उड़ान में सबसे अहम एटीसी पर जरूरी उपकरण स्थापित होने के साथ ही जांच और अन्य औपराचिकताएं भी पूरी की जा रही हैं। गुरुवार को हिन्दुस्तान की टीम एयरपोर्ट पर निर्माण कार्यों की प्रगति को देखने के लिए पहुंची। एयरपोर्ट परिसर में अब तक यात्रियों के आने-जाने के लिए टैक्सी और विमानों को खड़ा करने के लिए स्टैंड नहीं बन सके हैं। कंपनी के मुताबिक, मार्किंग का काम मॉनसून के बाद किया जाएगा।
दिवाली से पहले रोशनी का काम पूरा हो जाएगा : एयरपोर्ट पर दिवाली से पहले लाइटें लग जाएंगी। दिसंबर में ट्रायल के लिए हवाई जहाज उड़ान भरने लगेंगे। चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर किरण जैन ने बताया कि रनवे के पास 1,50,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में लैंडस्केपिंग का काम किया जा रहा है।